बुधवार को कलक्टर ने प्रदूषण जांच की मोबाइल यूनिट वैन को अपने बंग्ले पर बुलवाया और जांच करवाई। हलांकि जांच संतोषजनक नहीं रहा क्योंकि कलक्टर के वाहन में भी प्रदूषण का आंकड़ा जबरदस्त मिला। इस जांच में कलक्टर की सरकारी गाड़ी इंडिगो फेल हो गई वहीं नीजि गाड़ी इनोवा व एक सरकारी इनोवा पास हो गई।
सुबह उक्त जांच रिपोर्ट आने के बाद कलक्टर ने फेल हुई इंडिगो को गैरेज भेज दिया और कार्यालय दूसरी गाड़ी इनोवा से पहुंची। इसके बाद टीएल की बैठक में कलक्टर शम्मी आबिदी ने सभी अधिकारियों को स्पष्ट रूप से हिदायत दी है कि वाहनों का बिना प्रदूषण जांच कराए कोई नहीं जाएगा।
साथ ही आरटीओ को कलक्टोरेट के मुख्य गेट में जांच करने के लिए निर्देश दिया। जिस पर परिवहन अधिकारी अगस्टीन टोप्पो ने चलित वाहन प्रदूषण जांच केंद्र को कलक्टोरेट के मुख्य गेट के सामने खड़ा करा दिया। टीएल की बैठक खत्म होने के बाद अधिकारियों ने अपने वाहनों को जांच के लिए मुख्य गेट में भेजा।
वहीं कुछ अधिकारी फिर से बचने के प्रयास में निकल रहे थे लेकिन गेट के सामने जांच के लिए लगी वाहनों की कतार को देख वहां जांच कराने में लग गए। अपने बारी के आने तक वाहन में ही अधिकारी बैठे रहे। दो से तीन घंटे तक हुई जांच में करीब 26 सरकारी गाडिय़ों का जांच की गई। जिसमें 6 गाडिय़ां प्रदूषण फैलाते हुई मिली।
बिना जांच कराए निकल गए थे वाहन– पिछले बार कलक्टर के निर्देश के बाद 58 सरकारी वाहनों की जांच हुई थी जिसमें अधिकारियों के निजी वाहन भी शामिल थे। शेष वाहन कलक्टोरेट में खड़े रहे लेकिन जांच कराने मिनी स्टेडियम नहीं पहुंचे थे। और वापस लौट गए थे। इसको लेकर कलक्टर ने बैठक में नाराजगी जताई थी।
दिया गया निर्देश– टीएल की बैठक में जिला स्तर के आए अधिकारियों में से अधिकांश के वाहनों का प्रदूषण जांच हो गई। कलक्टर ने उक्त अधिकारियों को अपने अधिनस्थ अधिकारियों को भी वाहनों का जांच कराने के लिए निर्देश देने कहा है। ताकि सभी सरकारी वाहनों का जांच पूरा हो सके।
मिनी स्टेडियम में आज लगेगा शिविर– अब तक सरकारी वाहनों के प्रदूषण जांच के लिए मिनी स्टेडियम में शिविर लगाया जा रहा था। गुरुवार को निजी वाहन चालकों के लिए मिनी स्टेडियम में शिविर लगाया जा रहा है। उक्त शिविर सुबह 9 बजे से शाम को 5 बजे तक लगाने के निर्देश दिए गए हैं।