जो अंबेडकर चौक पर बाबा साहब की प्रतिमा पर माल्यापर्ण कर केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर हल्ला बोला। संयुक्त मोर्चा की ओर से बार-बार इस बात पर बल दिया गया कि एसी-एसटी अधिनियम में संसोधन की बदौलत , केंद्र सरकार सविधान को बदलने की कोशिश की रही है।
शनिवार को बाबा साहब भीमराम अंबेडकर की 127वीं जयंती थी। इस मौके पर एससी, एसटी, ओबीसी, माइनोरिटी संयुक्त मोर्चा के बैनर तले शहर के एक स्वाभिमान रैली का आयोजन किया गया था। रैली में सबसे आगे बाइक सवार युवाओं का दल, पीछे महिलाओं की दो कतार उसके बाद डीजे के धुन में बाबा साहब अमर रहे के नारे लगते रहे। हजारों की संख्या में शामिल लोग, शहर के चौक-चौराहों से होते हुए जिला कोर्ट के करीब अंबेडकर चौक पर पहुंचे।
जहां बाबा साहब की प्रतिमा पर माल्यापर्ण किया गया। इसके बाद चौक के कीब एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें समाज के वरिष्ठ लोगों ने बाबा साहब के संघर्ष व देश निर्माण में उनकी भूमिका पर प्रकाश डाला। पर सभा के दौरान कुछ वक्ता ऐसे भी थे। जो जयंती के बहाने एसाी-एसटी एक्ट में सुप्रीम कोर्ट द्वारा किए गए संसोधन के पीछे केंद्र की भाजपा सरकार को दोषी मान रहे थे।
उनकी माने तो केंद्र सरकार के इशारे पर देश को कई वर्गो में बांटने की कोशिश की जा रही है। वहीं एससी-एसटी अधिनियम में बदलाव कर केंद्र सरकार, संविधान में ही बदलाव की सुनियोजित साजिश रच रही है। जो एससी, एसटी, ओबीसी से जुड़े लोगों के अधिकार का हनन है। जिसे किसी भी कीमत पर स्वीकार नहीं किया जा सकता है।
जरुरत पड़ी तो फिर होगा भारत बंद
स्वभिमान रैली के साथ अंबेडकर चौक पर आयोजित हुए कार्यक्रम के दौरान संयुक्त मोर्चा से जुड़े लोगों ने 2 अप्रैल के भारत बंद का भी उल्लेख किया। मंच से कहा गया कि 2 अप्रैल को भारत बंद के दौरान एससी, एसटी, ओबीसी माइनोरिटी के लोगों ने अपनी एकता का परिचय दिया है। अगर केंद्र सरकार, उक्त समुदाए से जुड़े अधिकारों का हनन करेगी तो बाध्य होकर हम सब फिर से विरोध प्रदर्शन करने पर मजबूर होंगे।
बड़ी संख्या में लगाए गए जवान
एससी, एसटी, ओबीसी, माइनोरिटी संयुक्त मोर्चा के बैनर तले शहर में निकाली गई स्वाभिमान रैली की रुप रेखा को देखकर बड़ी संख्या में पुलिस के अधिकारी व जवानों की ड्यूटी लगाई गई थी। कुछ जवान, शहर के चौक-चौराहों पर ड्यृटी बजा रहे थे तो कुछ रैली के साथ आगे बढ़ रही थी। जिसकी मॉनीटरिंग खुद ट्रैफिक डीएसपी शिव चरण सिंह परिहार कर रहे थे। जिससे शहर में ट्रैफिक की समस्या उत्पन्न ना हो।