पिछले दिनों बिलासपुर में लाठी चार्ज को लेकर नाराज कांग्रेसियों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जांजगीर स्थित कार्यक्रम का विरोध करने का फैसला किया। इस कड़ी प्रदेश के विभिन्न जिलों क साथ रायगढ़ से भी कांग्रेसी नेताओं का एक जत्था रेल मार्ग से जांजगीर-चांपा जाने के लिए निकला। शनिवार की सुबह शहर के वरिष्ठ कांग्रेसी, रेलवे स्टेशन पहुंच कर चांपा के लिए रेेल टिकट की खरीदारी कर प्लेटफार्म नंबर दो की ओर बढ़ रहे थे। इस बीच कंट्रोल से मिले मैसेज के बाद जीआरपी व आरपीएफ के जवानों ने उन्हें बीच रास्ते में ही रोक लिया।
उसके बाद जिला पुलिस की टीम भी पहुंच गई। जो नारेबाजी कर रहे कांग्रेसी नेताओं को गिरफ्तार कर एक बस मे बिठाया। उसके बाद उन्हें पुलिस कंट्रोल रुम ले जाया गया। इस बीच कांग्रेसी केंद्र व राज्य की भाजपा सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। कांग्रेसी नेताओं की माने तो लोकतंत्र में विरोध करने का सबका अधिकार है। जिस तरह से बिलासपुर में शासन के आदेश पर पिछले दिनों कांग्रेसी नेताओं को टारगेट कर लाठीचार्ज की गई। इसका विरोध दर्ज कराने के लिए सभी कांग्र्रेसी नेता, जांजगीर-चांपा के लिए निकले थे।
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ये कांग्रेसी नेता जा रहे थे जांजगीर
शाखा यादव, जेठूराम मनहर, प्रदीप मिश्रा, वसीम खान, जयंत बोहिदार, संदीप अग्रवाल, रजत गोयल, संतोष अग्रवाल राजु चौहान, वकील अहमद, अनिता ओगरे, कमलेश यादव, सुनील आनंद, अमृत काटजू, अनिल शुक्ला, बरखा ङ्क्षसह, राजेंद्र व अन्य
कांग्रेसियों की संख्या पर उठ रहे सवाल
रायगढ़ में जब किसी मामले को लेकर कांग्रेसी द्वारा विरोध प्रदर्शन किया जाता है तो उसमें हजारों की संख्या देखने को मिलती है। पर बिलासपुर लाठी चार्ज का विरोध करने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यक्रम में रेल मार्ग से महज डेढ़ से दो दर्जन कांग्रेसी ही जा रहे थे। जिसे आसानी से पुलिस की टीम गिरफ्तार कर कंट्रोल रुम ले आई।