– खेल-खेल में गले में पहनने वाला लॉकेट निगल गई बच्ची, परिजन हो गए थे बेसुध अब क्या करें
रायगढ़. एक चार साल की बच्ची ने खेलते-खेलते गले में पहनने वाला लॉकेट ही निगल लिया। इसके बाद तो जहां बच्ची की हालत खराब हो गई वहीं संबंधित गुप्ता परिवार के यहां अफरा-तफरी का माहौल हो गया। किसी की समझ में कुछ नहीं आ रहा था बाद में बच्ची का ऑपरेशन कर गले में अटका हुआ लॉकेट निकाला गया। मिली जानकारी के अनुसार खरसिया जवाहर कॉलोनी निवासी आशीष गुप्ता व गंगोत्री गुप्ता की छोटी बिटिया आराध्या ने खेल-खेल में गले में पहनने वाला लॉकेट निगल लिया था।
अफरा-तफरी की स्थिति में परिजनों ने तुरंत शहर के डॉक्टर त्रिभुवन साहू व डॉक्टर जया साहू को फोन किया इसके बाद तो इन लोगों ने एक्स-रे करवा कर रिपोर्ट वाट्सअप करने को कहा। परिजन भागते हुए रेडियोलॉजी सेंटर पहुंचे और वहां पर बच्ची के गले का एक्सरे करवाया। इसके बाद इसकी रिपोर्ट संबंधित डाक्टरों को भेजी गई। एक्स रे रिपोर्ट देखते ही डाक्टरों ने परिजनों को तत्काल बच्ची को लेकर रायगढ़ आने को कहा।
चिंता व भय के साथ जिला चिकित्सालय रायगढ़ में जैसे ही अपनी बेटी को लेकर गुप्ता परिवार पहुंचा तो यहां पर डाक्टरों की टीम इस कार्य के लिए तैनात थी। जिसमें डॉक्टर जया साहू, डॉक्टर दिनेश पटेल, डॉक्टर पीयूष सिन्हा, डॉक्टर उत्तम रोशन तिग्गा शामिल थे। इसके बाद तुरंत ही बच्ची का इलाज शुरू किया गया। सुबह करीब पांच बजे, सर्जरी इसोफेगोस्कोपी, ब्रोंको स्कोपी किया गया। तब कहीं जाकर गले में अटका लॉकेट निकाला जा सका, बच्ची की हालत में तेजी से सुधार होने लगा।
दूसरे ही दिन हो गई छुट्टी दूसरे दिन जिला अस्पताल से बच्ची को छुट्टी मिली फिर सकुशल आराध्या खरसिया आ गई। ऐसे में इस घटना को जो भी सुन रहा है वो तो यही कह रहा है कि डॉक्टर जया साहू, डॉक्टर दिनेश पटेल, डॉक्टर पीयूष सिन्हा, डॉक्टर उत्तम रोशन तिग्गा एवं पूरी टीम ने जिस तरह से बच्ची का जीवन बचाया वह काबिले तारीफ है।