मेडिकल कालेज अस्पताल में डायलिसिस मरीजों के लिए बेड हुआ तैयार
रायगढ़Published: Mar 18, 2023 11:28:24 am
0 टेक्निशियन व डाक्टरों की कमी के चलते नहीं हो पा रहा शुरू
0 रात के समय लगातार विवाद होने से परेशान है कर्मचारी


मेडिकल कालेज अस्पताल में डायलिसिस मरीजों के लिए बेड हुआ तैयार
रायगढ़. मेडिकल कालेज अस्पताल में डालिसिस मरीजों के लिए दो बेड तैयार हो गया है वहीं चार दिन पहले दो मरीजों का डायलिसिस हुआ भी, लेकिन स्टाफ व सुरक्षा व्यवस्था के अभाव में शुरू नहीं हो पा रहा है। वहीं अधिकारियों का कहना है कि यहां 12 बेड का डायलिसिस शुरू करना है, ऐसे में स्टाफ की भर्ती होते ही इसका लाभ जिलेवासियों को मिलना शुरू हो जाएगा।
गौरतलब हो कि विगत करीब १० माह पहले जिला अस्पताल से मेडिकल कालेज अस्पताल नए भवन में शिफ्ट हो गया है, लेकिन स्टाफ की कमी के चलते यहां कई तरह की सुविधाएं शुरू नहीं हो पा रही है। वहीं विगत कई माह से डायलिसिस की सुविधा चालू करने की तैयारी चल रही है, लेकिन अभी तक यहां दो बेड में ही डायलिसिस मशीन का स्टालेशन हो सका है। जिससे विगत तीन-चार दिन पहले दो मरीजों का डायलिसिस हुआ भी, लेकिन स्टाफा व सुरक्षा व्यवस्था के चलते फिर से बंद हो गया है। वहीं अस्पताली सूत्रों की मानें तो मेडिकल कालेज अस्पताल में डायलिसिस मरीजों के लिए १२ बेड तैयार हो रहा है, लेकिन स्टाफ नहीं होने के कारण दो बेड ही नहीं चल पा रहा है। जिसके चलते मरीजों के साथ वहां कार्यरत स्टाफ भी परेशान हो रहे हैं। साथ ही कई बार तो यहां विवाद की स्थिति निर्मित हो जा रही है, जिसके चलते डाक्टर व स्टाफ भी सहमे नजर आ रहे हैं। वहीं अधिकारियों का कहना है कि डायलिसिस सुविधा चालू करने के लिए कम से कम ८ से १० टेक्निशियन और पांच-छह डाक्टरों की आवश्यकता है, ताकि यहां आने वाले मरीजों का सही देख-रेख कर उपचार किया जा सके, क्योंकि डायलिसिस मरीजों को बहुत केयर करने की जरूरत होती है, ऐसे में स्टाफ की कमी के चलते डायलिसिस पूरी तरह से शुरू नहीं हो पा रहा है। जिससे मरीजों को भी परेशान होना पड़ रहा है। साथ ही यह भी बताया जा रहा है कि मेडिकल कालेज अस्पताल से हर दिन दो-तीन डायलिसिस मरीजों को जिला अस्पताल रेफर किया जा रहा है, जिससे कई मरीज तो प्रायवेट अस्पतालों का सहारा ले रहे हैं, क्योंकि जिला अस्पताल में भी स्टाफ व सुविधा के चलते ज्यादा मात्रा में डायलिसिस नहीं हो पा रहा है।
12 बेड शुरू करने की है तैयारी
इस संंबंध में मिली जानकारी के अनुसार मेडिकल कालेज अस्पताल शुरू होने के बाद रायगढ़ जिला के साथ-साथ जांजगीर, जशपुर, सारंगढ़-बिलाईगढ़ सहित अन्य जिलों के अलावा पड़ोसी राज्य ओडिशा से भी यहां हर दिन बेहतर उपचार के लालसा में मरीज पहुंच रहे हैं। जिसको देखते हुए मेकाहारा में १२ बेड का डायलिसिस सुविधा शुरू करने की तैयारी है, साथ ही यहां मशीनें भी आ चुकी है, लेकिन यहां न तो पर्याप्त मात्रा में डाक्टर है और न ही टेक्निशियन, जिसके चलते दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। ऐसे में दो मशीनें स्टाल तो गई है, लेकिन इसे चलाने वाले टेक्निशियन नहीं है।
पुलिस चौकी शुरू करने की मांग
गौरतलब हो कि मेडिकल कालेज अस्पताल शुरू हुए कई माह बित गया, लेकिन अभी तक यहां पुलिस चौकी तक शुरू नहीं हो सका है। ऐसे में रात के समय यहां ड्यूटी करने में डाक्टर व स्टाफ कतराने लगे हैं। ड्यूटीरत कर्मचारियों का कहना है कि मेडिकल कालेज अस्पताल शहर से दूर होने के कारण यहां रात के समय हमेशा विवाद की स्थिति निर्मित हो रही है। जिसके चलते अब कर्मचारी रात में काम करना नहीं चाहते हैं, ऐसे में अगर पुलिस चौकी शुरू हो जाता तो सुरक्षा के साथ उपचार भी बेहतर तरीके से होता।
आए दिन हो रही मारपीट की घटनाएं
मेकाहारा के कर्मचारियों का कहना है कि रात के समय हमेशा विवाद की स्थिति निर्मित हो रही है। वहीं सप्ताहभर पहले कुछ लोगों ने लाठी डंडा लेकर पहुंच गए थे और सिक्यूरिटी गार्ड को बाहर खिंचकर जमकर पीटाई कर दिया, इसके साथ ही दो दिन पहले किसी बात को लेकर एक अस्पताल के कर्मचारी से भी मारपीट पर उतारु हो गए थे, लेकिन किसी तरह समझाईश देकर शांत कराया गया। ऐसे में यहां लगातार हो रहे विवाद के चलते अब पुलिस चौकी शुरू करना अत्यंत आवश्यक हो गया है। साथ ही इन विवादों को देखते हुए अब रात के समय उपचार में समस्या होने लगी है।
वर्जन
फिलहाल डायलिसिस के लिए दो बेड़ तैयार हो चुका है, वहीं और १२ बेड बढ़ाने का काम चल रहा है, लेकिन स्टाफ की कमी के चलते थोड़ा दिक्कत आ रही है।
डॉ. शोभित माने, उपअधिक्षक, मेकाहारा