लेकिन इस हादसे में युवक के पैर, पीठ व शरीर के अन्य हिस्सों में गंभीर रूप से चोट आई है। घटना के बाद गुस्साए स्थानीय ग्रामीणों ने भारी वाहनों के अनियंत्रित रफ्तार को लेकर घंटों तक चक्काजाम कर दिया था। घटना घरघोड़ा थाना क्षेत्र की है।
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार कटंगडीह निवासी राजू राठिया पिता ललित राठिया 32 वर्ष 13 जनवरी की सुबह अपनी सोल्ड बाइक में सवार होकर पूंजीपथरा क्षेत्र स्थित छर्राटांगर जा रहा था। जैसे ही वह कटंगडीह गांव से निकला था कि सामने से आ रहे हाईवा के चालक ने तेज एवं लापरवाहीपूर्वक वाहन चलाते हुए राजू को सामने से ठोकर मार दिया।
जिससे राजू छिटक कर सड़क पर जा गिरा और उसकी बाइक हाईवा के सामने पहियों के नीचे आ गया। इस घटना में युवक की बाइक कई मीटर दूर तक घसिटाता रहा। जिससे बाइक पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई। जबकि इस घटना में राजू राठिया के पैर, पीठ व शरीर के अन्य हिस्सों में गंभीर रूप से चोट आई है। जिसे इलाज के लिए घरघोड़ा अस्पताल में भर्ती कराया गया है। घटना के बाद आरोपी हाईवा चालक मौके पर वाहन छोड़ कर फरार हो गया। पुलिस ने इस मामले में आरोपी चालक के खिलाफ अपराध दर्ज करते हुए मामले को विवेचना में लिया है।
ग्रामीणों ने किया चक्काजाम– पुलिस सूत्रों ने बताया कि घटना की सूचना जब घायल के परिजनों व गांव वालों को हुई तो मौके पर सौ की संख्या में लोग आ गए। जिन्होंने मौके पर चक्काजाम कर दिया। ग्रामीणों की मांग थी कि युवक को उसकी बाइक का मुआवजा व इलाज के लिए रुपए दिया जाए।
इसके अलावा इस मार्ग पर भारी वाहनों की रफ्तार अनियंत्रित है, जिस पर नियंत्रण रखा जाए। घटना की सूचना पुलिस के अधिकारियों को हुई तो मौके पर घरघोड़ा टीआई अरूण नेताम, तमनार टीआई एसएन सिंह, पूंजीपथरा टीआई विनोद कतलम दल-बल के साथ पहुंच चुके थे, जिनके द्वारा ग्रामीणों को समझाईश दी जा रही थी।
आश्वासन पर मानें ग्रामीण– पुलिस ने बताया कि घटनाकारित हाईवा
कोरबा के नटराज ट्रांसपोर्ट का है, जिसके मालिक से फोन पर बात की गई है। वाहन मालिक का कहना है कि उसके द्वारा आहत की क्षतिग्रस्त बाइक को ठीक करवा दिया जाएगा। इस प्रकार के आश्वासन के बाद ही ग्रामीण शांत हुए।
बताया जा रहा है सुबह दस बजे से शुरू हुआ चक्काजाम दोपहर करीब 01 बजे तक चलता रहा। ऐसे में कटंगडीह मेन रोड के दोनों छोर पर घंटों तक वाहनों की लंबी कतार लग गई थी।
तीन दिन में 10 की मौत, 5 घायल– ज्ञात हो पूरे जिले में 11 जनवरी से 13 जनवरी तीन दिन तक लगातार हुए दुर्घटना में करीब 10 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि पांच लोग घायल हो गए हैं। इसमें अधिकांश मौत भारी वाहन की चपेट में आने से हुई है।
इसके बाद ट्रैक्टर और बाइक की ठोकर से बाकी मौतें हुई हैं। नए साल के शुरुआत में ही दर्जनभर लोगों का इस प्रकार दुर्घटना में मौत होना निंदनीय है। अगर ऐसा ही रहा तो साल 2018 के अंत तक सड़क दुर्घटना में हुए मौत के आंकड़ों में इजाफा होगा। इस पर पुलिस प्रशासन को सोचने की आवश्यकता है।