कार की ठोकर से बाइक सवार एक की मौत, दूसरा घायल
तात्कालिक मुआवजा को लेकर लोगों में था आक्रोश
0 हालात को देखते हुए जिला प्रशासन ने दिया राशि
रायगढ़
Published: July 28, 2022 08:48:34 pm
रायगढ़। शहर के मिट्ठुमुडा निवासी दो युवक बुधवार को बाइक से छठी कार्यक्रम में शामिल होने नहरपाली गए थे, वहां से वापस लौटने के दौरान शाम करीब ७ बजे एनएच ४९ पर चारभाठा के पास सामने आ रही तेज रफ्तार कर चालक ने सामने से ठोकर मार दिया, जिससे एक की मौत हो गई तो दूसरा गंभीर है, वहीं मुआवजे को लेकर चक्काजाम की तैयारी चल रही थी, लेकिन समय रहते मुआवजा मिल जाने से परिजन शव लेकर चले गए।
इस संबंध में मिली जानकारी के अनुसार जुटमिल चौकी क्षेत्र के मि_ुमुड़ा दुर्गा चौक निवासी डूमरू महंत पिता मंगतु महंत (३४ वर्ष) के दोस्त के घर नहरपाली में बुधवार को छठी कार्यक्रम था, जिससे डूमरू ने अपने दोस्त मनोज चौहान पिता बाबूबाल चौहान (२१ वर्ष) के साथ बाइक में नहरपाली गए थे। वहां कार्यक्रम समाप्त होने के बाद दोनों युवक वहां से वापस रायगढ़ आ रहे थे। इस दौरान अभी भूपदेवपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत एनएच 49 पर चारभाठा के पास शाम करीब ७ बजे पहुंचे थे कि सामने से आ रही तेज रफ्तार कार क्रमाक सीजी-13 एडी 7151 के चालक ने बाइक सवार युवकों को जोरदार ठोकर मार दिया। जिससे दोनों गंभीर रूप से घायल हो गए, इस हादसे की सूचना मिलते ही भूपदेवपुर टीआई अमित शुक्ला ने अपने दल-बल के साथ तत्काल मौके पर पहुंचे और दोनों घायलों को डायल ११२ से उपचार के लिए जिला अस्पताल भेजा, जहां डाक्टरों ने प्राथमिक जांच में ही डूमरू महंत को मृत घोषित कर दिया, वहीं मनोज चौहान के हाथ-पैर व शरीर के अन्य हिस्सों में गंभीर चोट आने से उसे मेडिकल कालेज अस्पताल में भर्ती कर उपचार जारी है।
चक्काजाम की चल रही तैयारी
एनएच-४९ में हुए हादसे से डूमरू महंत के मौत होने के बाद गुरुवार को परिजन सहित मोहल्लेवासी पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल पहुंचे और यहां कहने लगे कि जब तक शासन से मिलने वाली तत्कालिक राशि नहीं मिलेगी, वे शव को यहां से नहीं ले जाएंगे, अगर दबाव बनाया गया तो शव को सडक़ पर रखकर चक्काजाम करेंगे, साथ ही मोहल्लेवासियों ने इसकी सारी तैयारी कर ली थी। ऐसे में जब इसकी सूचना प्रशासन को मिली तो मामले की जांच में तहसीलदार अस्पताल पहुंचे और उन्हें समझाईश देने लगी कि ८-१० दिन बाद राशि दिला दी जाएगी, लेकिन परिजन अपने मांग पर अड़े रहे, ऐसे में बिगड़ रहे हालत को देखते हुए दोपहर करीब दो बजे परिजनेां को २५ हजार रुपए दिया गया, तब जाकर पोस्टमार्टम उपरांत शव को अंतिम संस्कार के लिए ले गए।
परिवार में नहीं बचा कोई कमाने वाला
इस संबंध में परिजनेां ने बताया कि डूमरू महंत घर में अकेला व्यक्ति था जो कमाकर परिवार चलाता था, दो साल पहले उसके पिता की मौत हो गई थी, फिर उसके बड़े भाई को लकवा मारने के कारण वह बिस्तर में है, ऐसे में मृतक के दो बच्चे पत्नी और उसके भाई के बच्चों का भी यही पालन-पोषण करता था, बताया जा रहा है कि मृतक डमरू गाड़ी चलाने का काम करता था, ऐसे में अब इसकी मौत के बाद घर में कोई भी कमाने वाला नहीं बचा है, जिससे अब रोजी-रोटी की भी समस्या खड़ी हो जाएगी।

कार की ठोकर से बाइक सवार एक की मौत, दूसरा घायल
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