जिसकी समीक्षा करने बिलासपुर डिवीजन के एडीआरएम भी तकनीकी अधिकारियों के साथ रायगढ़ पहुंचे हुए हैंं। एडीआरएम के रायगढ़ दौरे के पीछे इस बात को भी कही जा रही है है कि पिछली बार के ब्लॉक अवधि के दौरान दो मालगाड़ी की टक्कर जैसी बड़ी घटना हो गई थी। ऐसे में, इस बार विशेष सावधानी के साथ ट्रेनों का परिचालन व एनआई वर्क को पूरा करने की पहल की जा रही है।
हावड़ा-मुंबई रेल मार्ग पर कोतरलिया-जामगांव के बीच ट्रेनों की रफ्तार बुधवार की सुबह से ही कम कर दी गई है। मामला चांपा से झारसुगुड़ा तक बिछाए गए तीसरी रेल लाइन को किस्तों में यार्ड से जोडऩा है। जिससे मालवाहक टे्रनों के परिचालन में सुविधा हो। रेलवे ने इसके लिए बुधवार से लगातार 10 दिनों का ब्लॉक लिया गया है।
जिसके पीछे इस तकीकनी कार्य को पूरा किया जा सके। इस बार कस यह तकनीकी कार्य इसलिनए भी अहम हो गया है कि पिछले बार किरोड़ीमल-रायगढ़ के बीच तीसरी रेल लाइन को यार्ड से जोडऩे के लिए लिए गए ब्लॉक के दौरान दो मालगाड़ी की आपस में टक्कर हो गई थी। इस घटना में रेलवे का ट्रैक व अन्य में क्षति कम हुई थी।
Read more : घर में सोए मां व उसके 5 साल के बेटे की धारदार हथियार से कर दी गई हत्या पर करीब 5 घंटे तक हावड़ा-मुंबई रेल मार्ग पर ट्रेनों का परिचालन जरुर ठप हो गया था। जिसकी वजह से यात्रियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। जितसे देखते हुए इस बार के ब्लॉक अवधि के कार्य का विशेष सर्तकता के साथ किए जा रहे हैं। यहीं वजह है कि बिलासपुर डिवीजन के आला अधिकारी ब्लॉक अवधि के कार्य की मॉनीटरिंग करने के लिए पहले दिन ही बिलासपुर से रायगढ़ तक का सफर पूरा किया। वहीं एनआई वर्क वाले स्थान पर जाकर अहम सुझाव भी दिए।
इधर पैसेंजर ट्रेनों के नहीं आने से बढ़ी परेशानी
कोतरलिया जामगांव के बीच हो रहे एनआई वर्क को देखते हुए 3 पैँसेंजर रायगढ़ नहीं आ रही है। जिसमें दोनों दिशाओं में जेडी, टाटा बिलासपुर व टाटा ईतवारी पैसेंजर रायगढ़ नहीं आ रही है। जिसकी वजह से यात्रियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। इधर एनआई वर्क की वजह से एक्सप्रेस ट्रेनों की चाल भी प्रभावित हो रही है। जिसमें उत्कल, साउथ बिहार, अहमदाबाद एक्सप्रेस व अन्य ट्रेनें शामिल है।