scriptरेलवे में नौकरी दिलाने के नाम पर साढ़े सात लाख की ठगी | Cheating of seven and a half lakhs in the name of getting job in railw | Patrika News

रेलवे में नौकरी दिलाने के नाम पर साढ़े सात लाख की ठगी

locationरायगढ़Published: Mar 30, 2022 07:35:55 pm

Submitted by:

CHUDAMADI SAHU

रिटायर्ड टीचर हुआ धोखाधड़ी का शिकारसारंगढ़ पुलिस ने दर्ज किया मामलाकई बेरोजगारों के साथ धोखाधडी किए जाने की कही बात

raigarh

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रायगढ़. रेलवे के ग्रुप सी में नौकरी लगाए जाने के नाम पर साढ़े सात लाख रुपए ठगी किए जाने का मामला सामने आया है। इस ठगी का शिकार रिटायर्ड शिक्षक हुआ है। वहीं यह बताया गया है कि कई अन्य लोगों से भी इस तरह की ठगी की गई है। मामले की शिकायत पर सारंगढ़ पुलिस ने अपराध दर्ज करते हुए विवेचना में ले लिया है।
इस संबंध में पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार शिकायतकर्ता सीताराम साहू पिता शंकर लाल साहू उम्र लगभग 65 वर्ष सेवानिवृत्त शिक्षक निवासी ग्राम दानसरा है। शिकायतकर्ता सीताराम साहू ने पुलिस को बताया कि परिवार में एक पुत्र शुभम साहू जो वर्तमान में बेरोजगार है। उसके नौकरी की चिंता में गांव के कुछ लोगों से चर्चा किया तब पता चला कि नरेश जायसवाल जो प्रभारी सरकारी समिति प्रबंधक दानसरा के पद पर कार्यरत है। वह रेल्वे ग्रुप- सी में नौकरी लगाने के लिए दिल्ली गया हुआ है। ऐसे में वह बीते 15 जुलाई 2018 को नरेश जायसवाल से फोन पर चर्चा किया, तब नरेश जायसवाल नियुक्ति उच्चाधिकारियों के माध्यम से करवाने की बात कही। वहीं 4-5 पोस्ट रिक्त होने की बात भी कही। वहीं कहा कि यदि शुभम साहू को रेल्वे ग्रुप सी में भर्ती करवाना चाहते हैं तो साढ़े सात से आठ लाख देना पड़ेगा। नारायण प्रसाद तिवारी निवासी घोठला बड़े और नरेन्द्र देवांगन तब उसके बातों से प्रभावित होकर रुपए देने के लिए तैयार हो गए।
दिल्ली पहुंचा था रुपए देने
नरेश जायसवाल 4 लाख रुपए दिल्ली के बताए पते पर लेकर आना कहा। ऐसे में वह अपने बेटे के साथा दिल्ली गया। दीनदयाल पटेल निवासी बिजूपाली ओडिशा का भी अपने साले भुवन पटेल निवासी सालर को नौकरी लगाने 4 लाख रुपए लेकर दिल्ली नरेश जायसवाल को देने पहुंचा था। दिल्ली में सन विलेज होटल मार्ग मैट्रो स्टेशन दिल्ली पर नरेश जायसवाल को 4-4 लाख रुपए दिए। जहां अनावेदक नारायण प्रसाद तिवारी भी उपस्थित था। वहीं दोनों दिल्ली के अनावेदक नरेन्द्र देवांगन नाम के व्यक्ति से मिलवाए। नरेश जायसवाल एक सप्ताह के बाद 1 अगस्त 2018 को प्रशिक्षण पर दानापुर (बिहार) जाने के लिए आदेश दिया और एक रजिस्टर में शुभम साहू एवं अन्य अभ्यार्थियों का हस्ताक्षर लिया गया था। उसके बाद नरेश जायसवाल एवं नारायण प्रसाद तिवारी शेष रकम 3 लाख जमा नहीं करोगें तो रेल्वे ग्रुप सी नियुक्ति नहीं मिलेगा कहकर फोन पर रुपए देने का दबाव बनाता था। तब दानसरा में सोसायटी में दोनों को 3 लाख रुपए दिया और आदेश पत्र के लिए नारायण प्रसाद तिवारी द्वारा 50 हजार मांगने पर उसके बैंक खाता में 18 अक्टूबर 2018 को रुपए जमा कराया।
रुपए मिलते ही बनाने लगे बहाना
रुपए मिलते ही वे लोग दशहरा दिपावली का छुटटी के बाद ट्रेनिंग जाना बोले। ऐसा करते हुए 4-5 माह गुजर गया। आज हो जाएगा कल हो जाएगा कहकर टाल मटोल करते रहे। नरेश जायसवाल, नारायण प्रसाद तिवारी और नरेन्द्र देवांगन ठगी एवं धोखाघडी कर 7 लाख 50 हजार रुपए ले लिया गया है। शिकायतकर्ता बताया कि आरोपीगणों द्वारा चार, पांच और लोगों से करीब 24,50,000 रुपए की ठगी की गई है। तीनों आरोपियों पर थाना सारंगढ़ में धारा 419, 420, 34 के तहत अपराध दर्ज कर विवेचना में लिया गया है।
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