खरसिया विधानसभा क्षेत्र से लेकर रायपुर के सत्ता के गलियारों तक तरह-तरह की चर्चाएं हो रही हैं। इन सबके बीच एक चर्चा और खास हो गई है कि ओपी चौधरी के इस्तीफे को लेकर भाजपा में ही क्रेडिट का खेल शुरू हो गया है। ऐसे में यदि प्रदेश भाजपा के महामंत्री व खरसिया निवासी गिरधर गुप्ता के समर्थकों की ओर से डाले गए पोस्ट पर गौर करें तो यह तय हो रहा है ओपी का इस्तीफा का प्रकरण जैसे गिरधर गुप्ता ने ही प्लान किया था।
अब हम उस पोस्ट को आपके सामने रख रहे हैं जिसे ओपी के इस्तीफे को लेकर जिले के सोशल मीडिया में पोस्ट किया गया है। इस पोस्ट की हेडिंग है…. गिरधर गुप्ता के दूरगामी सोच और सफल रणनीति का परिणाम है ओपी चौधरी का भाजपा प्रवेश, जबकि उसके बाद जो लिखा गया है वह आपके सामने है। लिखा गया है कि विगत एक वर्ष से गिरधर गुप्ता विभिन्न पार्टी मीटिंगो में एवं मंडल की बैठकों में स्वयं चुनाव नहीं लडऩे एवं खरसिया से 2018 में भाजपा से मजबूत और नया चेहरा देने की बात करते रहे हैं।
गृहमंत्री पैंकरा इस खास अवसर पर हाईटेक झांकियों का करेंगे शुभारंभ, जानें क्या है वो खास मौका… उन्होंने लोकप्रिय और सवज़्मान्य व्यक्ति के रूप में ओपी चौधरी से उनका पक्ष जाना ओमप्रकाश चौधरी जिन्होंने प्रदेश को विभिन्न स्तर पर अपनी प्रशासनिक सेवाएं दी है अब प्रशानिक सेवाओं से तयाग पत्र देकर राजनैतिक क्षेत्र में जन प्रतिनिधि के रूप में अपनी सेवाएं देंगे उनके दूरदृष्टि और दृढ़ इच्छाशक्ति को देखते हुए उनका राजनीतिक प्रवेश को गिरधर गुप्ता ने राजनीति के क्षेत्र में एक अच्छा संकेत बताया है एवं स्वागत किया है। अभी यहां गौर करने वाली बात यह है कि समर्थकों की ओर से किए जा रहे इस पोस्ट पर अभी तक प्रदेश महामंत्री गिरधर गुप्ता का कोई कमेंट नहीं आया है। इससे यह माना जा रहा है कि इस पोस्ट में कहीं न कहीं उनकी भी सहमति है।
अब सवाल यह उठता है कि ओपी चौधरी ने अभी केवल इस्तीफा दिया है वह किस पार्टी में जा रहे हैं कब जा रहे हैं इस बात की कोई औपचारिक घोषणा उन्होंने नहीं की है इन हालात में प्रदेश महामंत्री की ओर से यह संकेत देना कि उनका भाजपा में प्रवेश होगा काफी अहम माना जा रहा है।
हालांकि अब यदि प्रदेश महामंत्री गिरधर गुप्ता के चुनावी प्रदर्शन की बात करें तो एक बारी है खरसिया के विधानसभा क्षेत्र से अपनी किस्मत आजमा चुके हैं और उनके सामने स्वर्गीय नंद कुमार पटेल थे इन हालात में इनकी और इनके पार्टी की जमकर फजीहत हुई थी वह करारी शिकस्त का सामना इनको करना पड़ा था।
हालांकि इनके समर्थन किया दावा कर रहे हैं कि यह हर बार कह रहे हैं कि यह चुनाव नहीं लड़ेंगे, पर हकीकत यह है कि खरसिया क्षेत्र में ऐसा कोई भी भाजपा का चेहरा नहीं है जो नंदकुमार पटेल या नंदेली हाउस के सामने चुनाव मैदान में खड़ा हो सके और उन्हें शिकस्त दे सके और यदि प्रदेश महामंत्री गिरधर गुप्ता की बातों को मान भी लें कि ओपी चौधरी भाजपा में प्रवेश करेंगे तो यह सबसे बड़ा कारण है कि खरसिया में भाजपा के पास ऐसा कोई चेहरा नहीं था इसके कारण एक नए वक्त ख्याति प्राप्त चेहरे को खरसिया में लाया जा रहा है।