क्या कहते हैं डाक्टर
इस संबंध में जब पशु चिकित्सक डॉ. दिनेश पटेल से चर्चा की गई तो उन्होंने बताया कि यह एक जनेटिक डिफेक्ट या जन्मजात दोष कहते है। ऐसा मामला लाखों में एक देखने को मिलता है। ऐसे बछड़ों की लाइफ ज्यादा दिन की नहीं होती है। कई बछड़े तो पैदा होते ही मर जाते हैं कई एकाध सप्ताह तक ही जीवित रह पाते हैं। हलांकि यह विकृति पहले पता नहीं चलता है। अगर गाय के प्रेग्नेंसी के समय सोनोग्राफी हो तो पता चल सकता है, लेकिन यह संभव नहीं है। क्योंकि कोई भी व्यक्ति जानवरों की जांच नहीं करता है। इस कारण इसकी जानकारी पैदा होने के बाद ही पता चलता है।