स्वर्गीय अग्रवाल अब दो लोगो के नेत्रों के माध्यम से इस दुनिया मे सदैव जीवित रहेंगे। मृत्यु पूर्व भी सदा मरणोपरांत घर मे नेत्रदान की हमेशा बात करने वाले कैलाश अग्रवाल के परिवारजनों ने मृत्यपश्चात नेत्रदान के लिए कार्य करने वाली सामाजसेवी संस्था से संपर्क कर उनकी इच्छा जताई थी। ऐसे में उनके निधन के पश्चात डाक्टरों की एक टीम वहां पहुंची और नेत्रों को सफलतापूर्वक निकाल कर आई बैंक सिम्स बिलासपुर भेज दिया गया। डॉक्टरों की टीम में डॉ. प्रभात पटेल, डॉ. एनके पाणिकर, डॉ. रामेश्वर पटेल पुसौर एवं दिनेश देवांगन शामिल रहे।
इन्होंने भी कायम किया मिसाल
ज्ञातव्य हो कि कुछ दिन पूर्व ही पुसौर ब्लाक के लिंजिर निवासी 77 वर्षीय त्रिपति प्रधान द्वारा मृत्युपश्चात अपने शरीर का दान कर पूरे क्षेत्र में मिसाल कायम किया था। समाजिक बुराइयों के लिए सदैव लडऩे वाले त्रिपति प्रधान के देहदान पश्चात अब स्वर्गीय कैलाश अग्रवाल द्वारा नेत्रदान से पूरे अंचल में नेत्रदान व देहदान के लिए लोगों में जागरूकता फैलेगी और लोगों में देहदान व नेत्रदान के लिए जो सामाजिक कुरीतियों का प्रचार है वह कम होगा।