आंधी-तुफान के चलते घरघोड़ा-तमनार के दर्जनों गांव डूबे अंधेरे में
रायगढ़Published: May 16, 2022 08:32:50 pm
11 केवी और 33 केवी के करीब 80 पोल टूटेबिजली व्यवस्था बहाल करने ७२ कर्मचारी कर रहे काम24 घंटे बाद भी बहाल नहीं हो सकी बिजली व्यवस्था
आंधी-तुफान के चलते घरघोड़ा-तमनार के दर्जनों गांव डूबे अंधेरे में
रायगढ़. रविवार की रात आई बेमौसम-आंधी-बारिश ने बिजली विभाग की व्यवस्था पूरी तरह चौपट कर दिया है। इस दौरान ग्रामीण क्षेत्रों में तेज आंधी के चलते अलग अलग स्थानों पर करीब 60 पेड़ धराशायी हो गए हैं जिससे करीब 80 पोल टूट चुके हैं। जिससे घरघोड़ा व तमनार ब्लाक के गांव अंधेरे में डूब गया, हालांकि बारिश बंद होते ही बिजली विभाग की टीम द्वारा सुधार कार्य शुरू कर दिया गया था, जिससे सोमवार सुबह तक शहरी क्षेत्र के बिजली व्यवस्था को बहाल कर दिया गया था, वहीं ग्रामीण क्षेत्रों में सुधार कार्य शुरू किया गया, लेकिन २४ घंटे बाद भी दोनों ब्लाकों के दर्जनों गांव अधेरे में डूबा हुआ है।
गौरतलब हो कि विगत अप्रैल माह से ही जिले में गर्मी पूरे शवाब है, जिससे लोग बेहाल नजर आ रहे थे, इस दौरान रविवार को देर रात अचानक तेज आंधी के साथ बारिश शुरू हो गई, लेकिन यह बारिश ग्रामीण क्षेत्रों में हुआ, जिससे घरघोड़ा व तमनार ब्लाक में जमकर तबाही मचाया। जिससे ग्रामीण क्षेत्रों की बिजली व्यवस्था पूरी तरह से ठप हो गई। इस दौरान तेज अंधड़ के चलते दोनों ब्लाकों में दर्जनों पेड़ गिरने से 11 केवी और 33 केवी के करीब 80 पोल गिर गए, हालांकि इससे किसी प्रकार की जनहानि नहीं हुई है, लेकिन दर्जनों गांव अंधेरे में डूबा हुआ है, वहीं बिजली विभाग द्वारा 6-6 लोगों की १२ टीम बनाकर सुधार कार्य के लिए रवाना किया है, जो रविवार रात से ही काम रहे हैं, इसके बाद भी अभी तक पूरी तरह से बिजली व्यवस्था बहाल नहीं हो सका है। जिससे लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
घरघोड़ा-तमनार ब्लाक रहा प्रभावित
इस संबंध में मिली जानकारी के अनुसार रविवार रात को आई आंधी-बारिश ने घरघोड़ा व तमनार ब्लाक में ज्यादा तबाही मचाया है। जिससे इस घरघोड़ा ब्लाक में 11 केवी और 33 केवी के करीब ४५ पोल धराशायी हो गए तो वहीं तमनार ब्लाक में भी ३६ पोल टूट चूके हैं। ऐसे में दोनों ब्लाक में पूरी रात अंधेरा छाया हुआ था, वहीं सोमवार सुबह तक इन ब्लाकों के शहरी क्षेत्र में बिजली व्यवस्था को बहाल किया गया, लेकिन ग्रामीण क्षेत्रों में देर शाम तक दर्जन गांव अंधेरे में डूबा हुआ था।
दर्जनों पेड़ हुए धराशायी
रविवार रात को आई अंधड़ की रफ्तार इतनी तेज थी कि दोनों ब्लाकों में छोटे-बड़े लेकर करीब ६० से ६५ पेड़ गिर गए हैं। जिससे बिजली विभाग को लाखों रुपए का नुकसान हुआ है। वहीं एलटी तार व विद्युत पोल टूटने के कारण विभाग की परेशानी काफी बढ़ गई है। जिससे अधिकारी-कर्मचारी लगातार बिजली व्यवस्था को दुरुस्त करने में लगे हुए हैं।
७२ कर्मचारी कर रहे काम
इस संबंध में विद्युत विभाग के अधिकारियों ने बताया कि घरघोड़ा-तमनार ब्लाक में अंधड़ से बिजली व्यवस्था पूरी तरह से चौपट हो गया, जिससे विभाग द्वारा 6-6 लोगों की 12 टीम बनाकर रवाना किया गया है, जो दिन रात काम कर रहे हैं। ऐसे में सोमवार शाम तक करीब 70 प्रतिशत तक काम पूरा हो गया है, जिससे अंदाजा लगाया जा रहा है कि मंगलवार देर शाम तक सभी जगह बिजली व्यवस्था पूरी तरह से बहाल हो जाएगी।
दर्जनभर मकान हुए क्षतिग्रस्त
ग्रामीण क्षेत्रों में पेड़ गिरने के कारण कई ग्रामीणों के मकान भी पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया है। हालांकि यह अंधड़ कुछ ही देर तक चला, अगर ज्यादा देर तक चला होता तो काफी नुकसान होता, इसके बाद भी कई ग्रामीण इस अंधड़ के चलते बेघर हो गए हैं। हालांकि अभी तक किसी प्रकार की जनहानि नहीं हुई है।
गर्मी से हलाकान हुए लोग
आधी-बारिश थमने के बाद जगह-जगह लाईन क्षतिग्रस्त होने से लोग पूरी रात जाग कर समय बिताया, वहीं सोमवार सुबह शहरी क्षेत्र में तो बिजली व्यवस्था बहाल होने से लोगो को राहत मिली, लेकिन इन दोनों ब्लाक में अभी भी दर्जनों गांव अधेंरे में डूबा हुआ है। जिससे ग्रामीणों की परेशानी काफी बढ़ गई है। हालांकि विभागीय कर्मचारी एक-एक कर बिजली व्यवस्था को बहाल कर रहे हैं, लेकिन बड़ी मात्रा में पोल टूट जाने से दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
वर्जन
आंधी-तुफान के चलते घरघोड़ा व तमनार ब्लाक में करीब 80 पोल टूट गए थे, जिसका लगातार सुधार कार्य चल रह है। मंगलवार तक सभी जगह बिजली व्यवस्था बहाल हो सकेगी। फिलहाल में 72 कर्मचारी दिन-रात सुधार कार्य में जुटे हुए हैं।
सुनिल साहू, ईई विद्युत विभाग, रायगढ़