ई-केवाईसी ने लटकाया किसानों का सम्मान निधी
केवाईसी के बाद ही जारी होगी अगली किश्त
रायगढ़। प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधी योजना अब तक पटरी में नहीं आ पाई है। शुरूआत में हुए फर्जीवाड़ा को रोकने के लिए की जा रही ई-केवाईसी ने किसानों की किश्त रोक दिया है। जिसके कारण अब किसान ई-केवाईसी के लिए लोक सेवा केंद्र पहुंच रहे हैं।
रायगढ़
Published: March 29, 2022 07:28:10 pm
प्रधानमंत्री किसान सम्मान योजना को लागू हुए करीब दो वर्ष हो गए हैं लेकिन शुरूआती दौर में इसके पंजीयन के लिए सीएससी सेंटरों को दिए जाने के बाद इसमें काफी फर्जीवाड़ा हुआ। अपात्र किसानों का पंजीयन कर गड़बड़ी कर दी गई। इसके कारण पात्र किसान पंजीयन के बाद भी राशि नहीं पा रहे थे वहीं अपात्र किसान कई किश्त का आहरण कर लिए थे। इस फर्जीवाड़े को रोकने के लिए केंद्र सरकार ने ई-केवाईसी करने के लिए निर्देश दिया है और जब तक ई-केवाईसी नहीं होगा तब तक आगामी किश्त जारी नहीं होगा। इसके कारण अब किसान लोक सेवा केंद्र के चक्कर काटने लगे हैं। जिले में २०२०-२१ तक की स्थिति में देखा जाए तो २ लाख किसानों का पंजीयन हुआ था जिसमें से महज डेढ़ से २ हजार किसानों को ही नियमित रूप से सम्मान निधी मिल रहा था। हांलाकि जनवरी माह में पोर्टल में सुधार करने के बाद करीब १ लाख ९२ हजार लोगों को किश्त मिलना शुरू हो गया था। करीब ११-१२ हजार किसानों को इसके बाद भी किश्त नहीं मिल रहा था।
अपात्रों से नहीं हो पाई रिकवरी
करीब २५ हजार अपात्र किसानों को ११ करोड़ रुपए की किसान सम्मान निधि जारी दी गई थी। इसमें शासन ने रिकवरी करने का भी निर्देश दिया है। जिले में ११ हजार अपात्र किसानों में से महज ३ हजार अपात्रों को ही नोटिस जारी हो पाया है। रिकवरी की स्थिति भी काफी कमजोर बताई जा रही है।
आकड़ों में पंजीयन व भुगतान की स्थिति
कुल पंजीकृत किसान - २,०९,३००
पूरी किश्त प्राप्त किसान - १,१६,०६७
अधूरी किश्त वाले किसान - ८१,९७८
एक भी किश्त न पाने वाले किसान - ११,२५५
वर्सन
पीएम किसान सम्मान निधी में पूर्व में हुए गड़बड़ी को रोकने के लिए शासन स्तर पर ई केवाईसी कराया जा रहा है। ई-केवाईसी के बाद राशि जारी किया जएगा।
हरिश राठौर, उप संचालक कृषि विभाग

कृषि विभाग
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