नए सत्र में भी सेंट्रलाईज हो चुके शराब दुकान नहीं हो पाया व्यवस्थित
विभाग ने पहले ही बनाया था प्रस्ताव
रायगढ़
Updated: April 21, 2022 07:13:20 pm
रायगढ़। वित्तीय वर्ष का पुराना सत्र समाप्त हो गया नए वित्तीय सत्र का एक माह बीतने जा रहा है लेकिन सेंट्रलाईज हो चुके शराब दुकानों को अब तक व्यवस्थित नहीं किया जा सका है। इसका असर फिर से नए सत्र में राजस्व पर पड़ सकता है।
विदित हो कि पिछले वित्तीय वर्ष में आबकारी विभाग को समीक्षा से यह पता चला था कि जिले में शराब की दुकानें सेंट्रलाईज हो चुकी है। शहरी क्षेत्र में दुकान अधिक है लेकिन ग्रामीण क्षेत्र में दुकान कम है। कई तो ऐसे क्षेत्र हैं जिसमें करीब ५० किलोमीटर तक कोई दुकान नहीं है। इसका असर राजस्व पर भी पड़ता है इसको लेकर नए वित्तीय वर्ष में सेंट्रलाईज हो चुके शराब दुकानों को व्यवस्थित करने के लिए प्रस्ताव तैयार किया गया है। यह भी बताया जा रहा है कि उक्त प्रस्ताव करीब-करीब फायनल है लेकिन नए वित्तीय वर्ष का एक माह बीतने को आ गया है अब तक दुकानों को व्यवस्थित करने में विभाग को सफलता नहीं मिल पाई है।
क्या है स्थिति
जब से दुकानों को विभाग द्वारा संचालन शुरू किया गया उसके बाद अधिकांश दुकानें सेंट्रलाईज हो गई। बताया जा रहा है कि ४७ में से करीब १५-२० दुकान जिला मुख्यालय के आस-पास संचालित हो रही है इसके अलावा करीब २२ दुकान जिले के विकासखंडों में शहरी क्षेत्र में संचालित हो रही है। विभाग के अधिकारियों की माने तो सेंट्रलाईज होने के कारण शराब दुकान से मिलने वाले राजस्व भी कम हुए हैं ।
२० दुकानों का है प्रस्ताव
वैसे तो देखा जाए तो मुख्य मार्ग व कुछ अन्य कारणों से आपत्ति के कारण मुख्यालय की दो दुकान और सारंगढ़ की दो दुकान को तो विस्थापित करना ही है इसके साथ ही करीब २० दुकान प्रभावित होगी जिनका जगह बदलकर फेरबदल करने के लिए प्रस्ताव तैयार किया गया है।
वर्सन
वित्तीय वर्ष समाप्त होने के बाद दुकानों को व्यवस्थित करने के दिशा में ही काम चल रहा है। जल्द ही सेंट्रलाईज हो चुके दुकानों को व्यवस्थित कर इनमें फेरबदल किया जएगा।
प्रकाश पाल, सहायक आयुक्त आबकारी विभाग

आबकारी विभाग
पत्रिका डेली न्यूज़लेटर
अपने इनबॉक्स में दिन की सबसे महत्वपूर्ण समाचार / पोस्ट प्राप्त करें
अगली खबर
