इस संबंध मामले का खुलासा करते हुए रायगढ़ एसपी अभिषेक मीणा ने बताया कि सरिया थाना क्षेत्र के महानदी में बीते 30 जुलाई को 2 शव मिले थे। दोनों शव के गले पत्थर बंधा हुआ था। प्रारंभिक जाच से ही स्पष्ट हो गया था कि मामला हत्या का है। ऐसे में पुलिस मामले की जांच शुरू की।
इस बीच जानकारी मिली कि दोनों मृतक जशपुर जिले के बागबहरा अंतर्गत महेशपुर निवासी सुकरू राम यादव पिता स्व. पुनाराम यादव 40 वर्ष व उसकी पत्नी मनवती यादव 35 वर्ष है। उनका हाल मुकाम कोतरा रोड़ थाना के भगवानपुर था। मृतक सुकरू के 2 बेटे व एक बेटी है, जो बागबहरा महेशपुर में रहते हैं।
बड़ा बेटा मानसिक रूप से बीमार है। वहीं छोटा बेटा 17 साल 9 माह का है, जो अपने माता पिता पर जादू-टोना करने का शंका करता था। उसकी शंका और ज्यादा तब बढ़ी जब वह अपने भाई का इलाज कराने कोरबा के तांत्रित छत्रमोहन यादव के पास पहुंचा।
तांत्रिक की बातों फंसा
तांत्रिक ने यह कहा कि उसके भाई की मानसिक स्थिति और उसकी आर्थिक स्थिति खराब होने की वजह उसके माता पिता हैं जो जादू टोना (Jadoo-Tona) करते हैं। तांत्रिक (Tantrik) की यह बात सुनने के बाद उसने माता-पिता की हत्या की योजना बनाई।
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हत्या के बाद शव महानदी में पत्थर बांधकर फेंकाहत्या करने के लिए नाबालिग ने नरसिंह यादव 28 वर्ष निवासी झरन थाना लैलूंगा, चचेरा भाई राजूराम यादव पिता कमल यादव 35 वर्ष निवासी महेशपुर थाना बागबाहर, भोले शंकर यादव पिता स्व. मोहन राम यादव उम्र 21 वर्ष, शंकर यादव उर्फ कैलाश पिता स्व. बुद्धू यादव 35 वर्ष,
खगेश्वर यादव पिता लेखन यादव 35 वर्ष, ईश्वरी यादव पिता स्व. गणेसोरो यादव 45 वर्ष सभी निवासी खुंटापानी थाना बागबहार को भी साथ लिया। इसके बाद उसने योजनाबद्ध तरीके से मां-बाप की हत्या कर दी। वहीं लाश को ठिकाने लगाने की मंशा से महानदी में पत्थर बांध कर फेंक दिया।