पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार ग्राम सालर निवासी भेष कुमार यादव (19 वर्ष) 21 अगस्त की रात 9 बजे घर से जाल लेकर अपने भाई व भांजा के साथ घर से कुछ दूरी पर ही स्थित लातनाला मछली मारने गया था।
इस दौरान नाले का पानी उफान पर था। तभी भेष कुमार जाल की रस्सी को अपने एक हाथ में बांध दिया और जाल को कमर में लपेट कर तैरते हुए नाला को पार करना चाहा।
परिवार गया था खेत में काम करने, इधर भाभी पर चाकू अड़ा कर देवर कर रहा था अय्याशी की तैयारी, ऐन वक्त में… इस दौरान कमर में बंधी जाल खुल गई और भेष कुमार के हाथ में जाल की रस्सी बंधे होने से जाल उसे पानी के बहाव में खींचते हुए ले गई। ऐसे में किसी तरह भेष कुमार जाल की रस्सी को हाथ से निकाल कर जाल को फेंका तो उक्त रस्सी उसके दाहिने पैर में जाकर लिपटते हुए बंध गई और भेष कुमार को जाल खींचते हुए पानी के अंदर ले गई। जहां जाल एक बड़े से पत्थर में फंस गई। वहीं भेष कुमार पानी के तेज बहाव के कारण पैर में फंसे जाल की रस्सी को निकाल नहीं पाया और उक्त पत्थर पर ही टंगा रह गया। इससे कुछ देर बाद दम घुटने से भेष कुमार की मौत हो गई।
जब काफी देर तक भेष कुमार पानी के ऊपर नहीं आया तो भेष कुमार का भांजा और भाई दौड़ते भागते घर पहुंचे और घटना की जानकारी उसके परिजनों को दी। तब भेष कुमार के परिजन मौके पर पहुंचे और घंटो तक लातनाला में उसकी खोजबीन किए। तेज बहाव व अंधेरा होने की वजह से पीडि़त परिजनों को भेष कुमार नहीं मिला तो वे घटना की सूचना पुलिस को दिए।
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रायगढ़ से पहुंची गोताखोर की टीम
घटना के दूसरे दिन पुलिस मौके पर पहुंची और रायगढ़ से गोताखोर की टीम को बुलाया गया। गोताखोर की टीम सुबह करीब 11 बजे मौके पर पहुंची और भेष कुमार की खोजबीन शुरू हुई। इस दौरान करीब पांच घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद भेष कुमार के शव को गोताखोर की टीम ने पानी के अंदर पत्थर पर टंगा पाया। वहीं उसके पैर में जाल की रस्सी भी बंधी मिली। पुलिस ने इस मामले में मर्ग कायम कर शव का पीएम करा कर उसके परिजनों को सौंप दिया है।