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जालसाजी : नकली अंकसूची बनाने वाले गिरोह के सदस्य पकड़ाए

locationरायगढ़Published: Jun 25, 2022 06:49:19 pm

Submitted by:

CHUDAMADI SAHU

डाक विभाग में फर्जी अंकसूची से नौकरी लगने के बाद हुआ खुलासाबिलासपुर व जांजगीर चांपा में रहने वाले हैं आरोपी

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जालसाजी : नकली अंकसूची बनाने वाले गिरोह के सदस्य पकड़ाए

रायगढ़. डाक विभाग फर्जी आवेदन पर नौकरी पाए जाने का खुलासा होने के बाद पुलिस ने नकली अंकसूची तैयार करने वाले गिरोह के सदस्यों को पकड़ा है। इस मामले में फर्जी अंकसूची से नौकरी पाने वाले व नकली अंकसूची बनाने वाले कुल सात लोग पकड़ाए हैं। वहीं एक आरोपी फरार है, जिसकी पतासाजी की जा रही है।
डाक अधीक्षक रायगढ़ द्वारा सिटी कोतवाली रायगढ़ को दिए गए आवेदन पर अभ्यर्थी स्वाति कंवर के द्वारा फर्जी सर्टिफिकेट के आधार पर नौकरी प्राप्त करने का शिकायत प्रस्तुत किया गया था। अभ्यार्थियों से पूछताछ पर नौकरी लगाने का प्रलोभन देने रुपए की वसूली करने वाले से लेकर अभ्यर्थियों को फर्जी अंकसूची दिलाने वाले गिरोह की जानकारी मिली। ऐसे में पुलिस की अलग-अलग टीम रायपुर, बिलासपुर, सक्ती, जांजगीर-चांपा रवाना हुई। शनिवार की सुबह गिरोह के मुख्य सरगना हीरालाल गबेल समेत 7 आरोपियों को पुलिस अलग-अलग स्थानों से हिरासत में लिया। इसमें ग्रामीण डाक सेवक भर्ती में फर्जीवाड़ा के संबंध में पूछताछ करने में पर आरोपीगण फर्जीवाड़े में अपनी अपनी भूमिका बताई। आरोपी स्वाति कंवर निवासी खमरिया बिलासपुर बताई की डाक विभाग में ग्रामीण डाक सेवक भर्ती में भर्ती के लिए उसके पिता वीरेंद्र सिंह व जीजा लखेश्वर सिंह दलाल संजय शर्मा निवासी सीपत बिलासपुर के माध्यम से हीरालाल गबेल के संपर्क में आए। दलाल संजय शर्मा किसी भी भर्ती में सर्टिफिकेट के आधार पर भर्ती कराने का प्रलोभन दिया। हीरालाल गवेल जो कि पूर्व में ओपन स्कूल का अध्यक्ष था। वह अपने पास रखे सील, मुहर का गलत इस्तेमाल करता था। आरोपी हीरालाल गबेल वर्ष 2005 में जाली नोट मामले जेल की हवा खा चुका है। गिरोह में शामिल मालखरोदा जांजगीर चांपा का योगेंद्र धीरहे का कंप्यूटर सेंटर है। जहां फर्जी मार्कशीट तैयार किया जाता था। हीरालाल गबेल, योगेंद्र धीरहे व संजय शर्मा मिलकर अभ्यर्थियों से संपर्क करते थे और उन्हें किसी भी तरीके से नौकरी लगाने का प्रलोभन देकर रुपए ऐंठा करते थे। स्वाति कंवर के अलावा कृष्ण कुमार साहू निवासी सरसींवा जिला बलौदाबाजार भी इनके जालसाजी को जानते हुए भर्ती के लिए इन्हें रकम दिया था। स्वाति कंवर, उसका जीजा लखेश्वर सिंह कंवर व कृष्ण कुमार साहू नौकरी हासिल कर चुके थे। गिरोह का एक आरोपी भोजराम सिदार फरार है। उसकी गिरफ्तारी के बाद मामले में कुछ और आरोपियों के नामों का खुलासा हो सकता है।
यह सामान किया गया जब्त
आरोपी हीरालाल गबेल से एक स्वीफ्ट कार, स्कूल की सील, मुहर, आरोपी संजय शर्मा से एक ब्रेजा कार, आरोपी योगेन्द्र धीरहे के कंप्यूटर दुकान से फर्जी सर्टिफिकेट जारी करने में प्रयुक्त एक लैपटॉप, एक कंप्यूटर, कलर प्रिंटर, सीपीयू एवं स्कैनर फोटोकॉपी मशीन एवं आरोपियों के कब्जे से नकद 15 हजार रुपए, 3 मोबाइल, रजिस्टर जब्त किया गया है।
यह आरोपी गिरफ्तार
इस मामले में हीरालाल गबेल पिता भगतराम गबेल आमनडोला थाना मालखरौदा जिला जांजगीर चांपा, योगेंद्र धीरहे पिता रामदयाल धीरहे निवासी चरौदी थाना मालखरौदा जिला जांजगीर चांपा, संजय शर्मा पिता सरजू प्रसाद शर्मा निवासी ग्राम धनिया थाना सीपत जिला बिलासपुर, स्वाति कंवर पिता वीरेंद्र सिंह कंवर निवासी ग्राम खमरिया जिला बिलासपुर, वीरेंद्र सिंह कंवर पिता कलाराम कंवर निवासी ग्राम खमरिया थाना सीपत जिला बिलासपुर, लखेश्वर सिंह कंवर पिता मनहरण सिंह कंवर निवासी ग्राम कटहरी थाना अकलतरा जिला जांजगीर-चांपा, कृष्ण कुमार साहू पिता शिव लोचन साहू निवासी बम्हनपुरी थाना सरसींवा जिला बलौदाबाजार को गिरफ्तार किया गया है।
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