मिली जानकारी के अनुसार जशपुर जिले के बागबहार थाना अंतर्गत ग्राम कर्रा जोर निवासी 16 साल की नाबालिग को करीब एक साल पहले जीजा घसनु एक्का अपने महिला सहयोगी सुकनी एक्का एवं जगतु एक्का निवासी सोनाजोरी के साथ मिलकर पीडि़ता को बहला फुसलाकर दिल्ली ले जाकर महज कुछ हजार रुपयों में एक कोठे में बेच दिया। इसके बाद तकरीबन एक साल तक मानसिक शारीरिक यातना झेलने के बाद पीडि़ता किसी तरीके से निजामुद्दीन स्टेशन पहुंच कर 20 अप्रैल को गोंडवाना एक्सप्रेस में रायगढ़ आने के लिए एस-9 बोगी में बैठ गई।
मथुरा से ट्रेन में बैठे एक दम्पती ने उसकी सहायता की, इसके बाद रायपुर स्टेशन से रायगढ़ आने वाले चन्द्रशेखर डनसेना को पीडि़ता के सम्बंध में जानकारी देते हुए उन्हें सकुशल रायगढ़ स्टेशन तक पीडि़ता को पहुंचाने की अपील की और वे तिल्दा स्टेशन में उतर गए। इसके बाद चंद्रशेखर डनसेना रविवार को रात करीब 10.30 बजे नाबालिग लडक़ी को लेकर रायगढ़ पहुंचे और जीआरपी के सुपुर्द किया। जीआरपी द्वारा कागजी कार्रवाई की गई और उसे चाइल्ड लाइन को सौंपा।
वहां जाने के बाद उसे कुछ रुपए में बेच दिया और कहा कि यहीं काम करना है। करीब एक साल तक लड़की के साथ गलत काम हुआ । इसके बाद उसने वहां भागने के लिए तैयार हुई और 20 अप्रैल को सुबह जब सभी लोग सोए थे लडक़ी वहां से भाग कर निजामुद्दीन स्टेशन पहुंची और गोडंवाना एक्सप्रेस में बैठ गई और 21 अप्रैल को रात में रायगढ़ पहुंची।
टीआई, जीआर राठिया ने बताया गोड़वाना ट्रेन से बोइरदादर का एक व्यक्ति उक्त लडक़ी को अपने साथ लाया और जीआरपी के हवाले कर दिया। पूछताछ में लडक़ी को बेचने का मामला सामने आया। हमारे तरफ से उक्त लडक़ी को चाइल्ड लाइन को सौंप दिया गया है। जांच रिपोर्ट आने के बाद वास्तविक पता चलेगी।