वहीं 7 तारीख को चौकी में रिपोर्ट भी दर्ज करवाई गई है। गुमशुदा लड़की के भाई ने अपनी बहन के अपहरण की आशंका जताई है। साथ ही इस बात की चिंता भी है कि बहन के साथ कोई अप्रिय घटना ना हो जाए। लापता हुई लड़की के परिजनों ने अपने रिश्तेदार और हर संभावित जगह पर पतासाजी भी की है और लगातार प्रयत्न भी कर रहे हैं। फिर भी अब तक ना तो पुलिस के द्वारा ही कोई सूचना मिल पा रही है और ना ही परिवार के द्वारा ही।
ऐसे में राजनैतिक द्वेषवश अपहरण होने की आशंका व्यक्त की गई है। भाई का कहना है कि पुलिस यदि राधा की खास दो सहेलियों से पूछताछ करें तो राधा का संभावित पता मिल सकता है। वहीं राजकुमार ने बताया कि 6 अप्रैल को परीक्षा के डेढ़ घंटे बाद ही राधा प्रश्नपत्र छोड़कर कहीं चली गई थी, यह जानकारी केंद्राध्यक्ष ने दी है ऐसे में सवाल और भी गहराता जा रहा है।
पुलिस पर सहयोग नहीं करने का आरोप
राधा के परिजनों का आरोप है कि पुलिस विभाग राधा की पतासाजी में कोई सहयोग नहीं कर रहा। वहीं पुलिस-विभाग राधा के अपहरणकर्ताओं से मिले हुए हैं। राजकुमार ने यह भी कहा कि जब प्रधान आरक्षक देवांगन से बहन के बारे में पता किया गया तो उन्होंने कहा कि आपकी बहन 2 साल बाद मिलेगी। अन्य पुलिस अधिकारी भी लापरवाही पूर्वक बातें करते हैं।
ऐसे में पुलिस की कार्यशैली पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं। हालांकि चौकी प्रभारी सीएम मालाकार ने कहा की गुमशुदा राधा की पतासाजी की जा रही है और यह केस सरोजिनी राठौर द्वारा देखा जा रहा है। परंतु अब तक कोई सूचना प्राप्त नहीं हुई है, साथ ही चौकी प्रभारी ने कहा कि लड़की बालिग है।