सामान्य सभा की बैठक की बैठक पिछले करीब छह माह से नहीं हो सकी है। ऐसे में यह मांग लगातार उठ रही है कि सामान्य सभा की बैठक कराई जाए। इसके लिए भाजपा के पार्षदों ने नगर निगम आयुक्त से मुलाकात करते हुए सामान्य सभा की बैठक कराए जाने की मांग की थी।
वहीं इसके बाद कांग्रेस के पार्षदों ने भी सभापति व निगम आयुक्त को पत्र देते हुए सामान्य सभा की बैठक आयोजित कराए जाने की मांग की थी। लगातार इस मांग को लेकर अब नगर निगम में समान्य सभा की बैठक कराने की तैयारी भी जोरशोर से चल रही है।
बताया जा रहा है कि सामान्य सभा की बैठक चार दिसंबर को आयोजित हो सकती है। वहीं सामान्य सभा की बैठक के लिए कुछ प्रस्ताव भी तैयार कर लिए गए हैं। इसमें प्रमुख रूप से नगर निगम द्वारा वसूल किए जाने वो जलकर, संपत्ति, भवन व अन्य कर का मामला भी है।
बैठक में यह प्रस्ताव रखा जाएगा कि राजस्व वसूली नगर निगम के द्वारा ही कराया जाना है कि या फिर इसकी वसूली किसी निजी एजेंसी के माध्यम से कराया जाना है। इस बात का पत्र पिछले दिनों राज्य सरकार से आया था। राज्य सरकार ने निगम परिषद से इसका अभिमत मांगा है। ऐसे में इस प्रस्ताव को सामान्य सभा की बैठक में रखा जाना है। इसके अलावा शहर के विभिन्न तालाबों को मछली पालन के लिए ठेके पर दिए जाने के लिए भी विचार किया जाएगा। इसके अलावा अन्य प्रस्ताव भी निगम मेंं तैयार किए गए हैं।
दो निकायों से खारिज हो चुका है प्रस्ताव– राजस्व वसूली को ठेके पर दिए जाने का प्रस्ताव एक साल पहले बनाया गया है। इसके लिए कई बार निकाय के राजस्व अधिकरियों की बैठक भी आयोजित की जा चुकी है। हालांकि यह उन निकायों में लागू किया जाना था, जहां की राजस्व वसूली 30 प्रतिशत या इससे कम है। कुछ निकायों में इसे लागू भी कर दिया गया है।
जहां इस निर्णय का बेहतर परिणाम भी आया। इस परिणाम को देखते हुए अब इसे प्रदेश के प्रत्येक निगमों में लागू करने की प्रक्रिया चल रही है। बताया जा रहा है कि यह अभिमत अन्य निगमों के साथ
कोरबा व
रायपुर से भी अभिमत मांगा गया था, लेकिन इस प्रस्ताव को संबंधित निगमों ने खारिज कर दिया।
लंबे समय से सामान्य सभा की बैठक नहीं– लंबे समय से सामान्य सभा की बैठक नहीं हो सकी है। सामान्य सभा की बैठक को लेकर तैयारी की जा रही है। यह बैठक आने वाले दिसंबर माह के चार तारिख को की जा सकती है।
-सलीम नियारिया, सभापति, नगर निगम