खरसिया एफसीआई डीपो की जांच रिपोर्ट ठंडे बस्तेे में
रायगढ़Published: Jun 25, 2022 06:32:40 pm
परिवहन विभाग ने की थी जांच
परिवहन विभाग ने की थी जांच
रायगढ़। खरसिया के एफसीआई गोदाम में एक ही नंबर के दो गाडिय़ों के चलने की शिकायत पर जिला परिवहन विभाग की टीम पिछले दिनों जांच करने के लिए पहुंची। परिवहन विभाग की जांच रिपोर्ट ठंडे बस्ते में चली गई जिसके कारण अब तक संबंधित ठेकेदार पर किसी प्रकार की कार्रवाई नहीं हुई है।
खरसिया में एफसीआई डिपो के डिपो मैनेजर, क्यूसी और गोदाम इंचार्ज की मिलीभगत से कई तरह के फर्जीवाड़े को अंजाम दिया जा रहा है। एफसीआई से रैक प्वाइंट तक चावल पहुंचाने का ठेका विकी भाटिया, संतोष अग्रवाल और बजरंगलाल अग्रवाल को मिला है। दो दिन पहले रैक लगी थी। एफसीआई गोदाम से चावल रैक प्वाइंट तक पहुंचाया जाना था। बजरंग की एक गाड़ी रानीसागर गोदाम में लगी और एक गाड़ी खरसिया डिपो में लगी। दोनों गाडिय़़ों का नंबर एक सीजी 13 एएन 9047 था। एक ही नंबर की दो गाडिय़़ों के एक साथ दो गोदामों में एंट्री से एफसीआई में हड़कंप मच गया। डिपो मैनेजर प्रतीक श्रीवास्तव के साथ इंचार्ज रितुराज और चंदन कुमार भी हरकत में आ गए। लेकिन संबंधित पर कार्रवाई के बजाए मामले को दबा दिया गया। बताया जा रहा है कि तुरंत ठेकेदार को इसकी सूचना भेजी गई। इसके बाद मामला रफा-दफा कर दिया गया। गाड़ी खरसिया के ही मनीष की बताई जा रही है। इस मामले की भनक परिवहन विभाग को लगने पर परिवहन विभाग की टीम मामले की जांच करने के लिए दोनो जगहों में पहुंची और संबंधित रिकार्ड के आधार पर जांच की। बताया जाता है कि जांच में उक्त शिकायत सही मिली लेकिन न तो एफसीआई ने इस मामले में कार्रवाई किया न ही परिवहन विभाग ने कोई कार्रवाई किया।
विजिलेंस में किया गया शिकायत
घटना की शिकायत एफसीआई विजिलेंस में भी किए जाने की तैयारी थी। हांलाकि स्थानीय स्तर पर जांच शुरू होने के कारण शिकायत नहीं किया गया था, लेकिन अब बताया जा रहा है कि मामले कार्रवाई न होने पर इसकी शिकायत विजिलेंस को किया गया है।