इस बात की जानकारी मिलने के बाद परिजनों ने हंगामा खड़ा कर दिया और मामला पुलिस तक पहुंचा। कुछ जांच के बाद स्वास्थ्य विभाग ने जिला प्रशासन ने इस मामले को ठंडे बस्ते में डाल दिया था। वहीं अब इसकी जांच फिर से शुरू हो गई है। इस मामले की जांच अब स्वास्थ्य विभाग के संयुक्त संचालक डॉ. मुधलिका सिंह के द्वारा किया जा रहा है। मामले की जांच में शुक्रवार को संयुक्त संचालक ने पीडि़त पक्ष व आरोपी पक्ष का बयान लिया है।
बताया जा रहा है कि किडनी कांड में शिकायत करने के बावजूद किसी प्रकार की कार्रवाई नहीं होने पर परिजनों ने उच्च स्तर पर इसकी शिकायत की थी। वहीं पीडि़त महिला के बेटे एश्वर्य प्रसाद पटेल की शिकायत पर स्वास्थ्य विभाग ने इस मामले पर नए सिरे से जांच शुरू की है। स्वास्थ्य सेवाएं विभाग की संभागीय संयुक्त संचालक एवं जांच अधिकारी डॉ. मधुलिका सिंह ठाकुर ने रायगढ़ पंहुच कर परिजनों एवं संबंधित चिकित्सकों के बयान भी लिए गए हैं। साथ ही दस्तावेजों की भी जांच की गई।
राज्य स्थापना दिवस पर मुख्यमंत्री की ओर से जिले के 12 शहीदों के परिजनों का हुआ सम्मानÙè çÙ·¤æÜÙð ×æ×Üð ×ð´ àæé परिजनों ने लगाया था यह आरोप
परिजनों की ओर से वनांचल केयर अस्पताल के संचालक डाक्टर वीएस राठिया सक्ति के डॉ. आरके सिंह एवं खरसिया के डॉ. सजन अग्रवाल द्वारा सयुक्त रूप से आपरेशन करने की बात कहीं गई है लिहाजा तीनों के विरूद्ध जांच शुरू की गई है। परिजनों का आरोप है कि किडनी निकालने की कोई जानकारी उन्हें नहीं दी गई थी और बाद में इन्फेक्शन होने पर किडनी निकालने की बात चिकित्सकों द्वारा कही गई है। वहीं निकाली गई किडनी भी उन्हें नहीं दिखाया गया।
-इस तरह के मामलों में जांच के बाद ही किसी फैसले तक पहुंचा जा सकता है। किडनी में इन्फेक्शन की बात सामने आ रही है। अब जांच के बाद ही पता चलेगा कि पूरा मामला क्या है। मौजूदा समय में सभी के बयान लिए जा रहे हैं। दस्तावेजों की जांच होगी।
डॉ. मधुलिका सिंह ठाकुर, संभागीय संयुक्त संचालक स्वास्थ्य विभाग