डेढ़ महीने पहले हुआ था चोरी का प्रयास
मौके पर पहुंचे बैंक के अधिकारियों ने बताया कि करीब डेढ़ माह पहले उसी एटीएम में तोडफ़ोड़ कर चोरी का प्रयास हुआ था, इसकी शिकायत भी कोतवाली में की गई थी। लेकिन इस मामले में कोतवाली की सुस्त पुलिस ने न तो अपराध दर्ज किया और न ही इस मामले की सुध ली। वहीं इस घटना के बारे में मीडिया तक को नहीं बताया गया। इसी का असर है कि आरोपी इस बार अपने मंसूबे पर कामयाब हो गए। बैंक के अधिकारियों की मानें तो उसी तोडफ़ोड़ के दौरान एटीएम डेमेज हो गया था, ऐसे में एक माह पहले ही वहां नई मशीन लगाई थी। इस चौकाने वाले खुलासे के बाद कोतवाली पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठऩे लगे हैं।
आसपास नहीं है कोई कैमरा
जिस कॉम्प्लेक्स में एटीएम लगा है वहां किसी भी दुकान या प्रतिष्ठान में कोई सीसीटीवी कैमरा नहीं लगा है और न ही एसबीआई के एटीएम में किसी गार्ड की ड्यूटी लगाई है। ऐसे में चोरों ने इसका पूरा फायदा उठाया और चोरी की घटना को अंजाम दिया। पुलिस सूत्रों की मानें तो आरोपियों ने पहले से ही रेकी कर पूरे प्लान के साथ बड़ी ही आसानी से घटना को अंजाम दिया है।
किसी इंजीनियर का ही काम
मौके पर पहुंचे फार्मेसिस कंपनी के डीई ने बताया कि एटीएम में तोडफ़ोड़ कर कैश बॉक्स निकालना हर किसी के बस की बात नहीं है। यह किसी इंजीनियर का ही काम है। आम चोर जितना भी तोडफ़ोड़ कर ले लेकिन कैश बॉक्स को निकालना उतना आसान नहीं होता। ऐसे में पुलिस इस ऐंगल पर भी जांच कर रही है। साथ ही उक्त एटीएम में घटना दिनांक और उससे पहले रुपए निकालने वालों का डिटेल भी निकाला जा रहा है।
कोतवाली के ये बड़े मामले हैं अनसुलझे
कोतवाली थाना क्षेत्र अंतर्गत कुछ माह में बड़े-बड़े अपराध हुए हैं। जिनमें से एक भी मामले को पुलिस अब तक नहीं सुलझा पाई है। कुछ माह पहले ही अज्ञात हथियारबंद आरोपियों ने युनाइटेड बैंक में डकैती का प्रयास कर लूटपाट की घटना को अंजाम दिया था। उस वक्त भी पुलिस का कहना था कि आरोपियों को जल्द पकड़ लिया जाएगा। इतना ही नहीं पटेल ज्वेलर्स में लाखों की चोरी, धर्मकांटा के ऑफिस में चाकू अड़ाकर हजारों की लूटपाट, पुरानी हटरी के पीछे दो बार चोरी सहित कई बड़े मामले को कोतवाली पुलिस आज पर्यन्त तक नहीं सुलझा पाई है।