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लोहरसिंह संग्रहण केंद्र प्रभारी को किया गया जिले से रिलीव

locationरायगढ़Published: Aug 08, 2023 09:21:29 pm

स्थानांतरण के एक साल बाद किया गया रिलीव

लोहरसिंह संग्रहण केंद्र प्रभारी को किया गया जिले से रिलीव
स्थानांतरण के एक साल बाद किया गया रिलीव
रायगढ़। १७ करोड़ से अधिक की गड़बड़ी करने वाले लोहरसिंह संग्रहण केंद्र प्रभारी को स्थानांतरण के बाद रिलीव करने के बजाए खाद भंडार गृह का प्रभारी बनाकर रखा गया था। इस मुद्दे को प्रमुखता से प्रकाशित करने के बाद विभाग के उच्च अधिकारी हरकत में आए और उक्त संग्रहण केंद्र प्रभारी को स्थानांतरण के साल भर बाद रिलीव कर सक्ती भेजा गया।
विदित हो कि वर्ष २०२२ में हुई शिकायत के बाद लोहरसिंह संग्रहण केंद्र प्रभारी उत्तम कुमार चंद्रा के खिलाफ संयुक्त टीम द्वारा जांच की गई थी, टीम ने जांच में वर्ष २०१९-२० में संग्रहण केंद्र में ५६८७१ क्विंटल धान १४ करोड़ २१ लाख ७८ हजार २५० रुपए का और २०२०-२१ में ८०६९ क्विंटल धान का शार्टेज होने पर २ करोड़ १ लाख ७४ हजार ३५० रुपए की गड़बड़ी होना पाया। इसीप्रकार बारदाना की कमी के कारण दोनो वर्षों में करीब १ करोड़ रुपए का बारदाना गायब मिला। संग्रहण केंद्र प्रभारी उत्तम चंद्रा के कार्यकाल में १७ करोड़ की गड़बड़ी मिली। जिसकी जांच रिपोर्ट राज्य सहकारी विपणन संघ मर्यादित प्रबंध संचालक को भेजकर डीएमओ सीआर जोशी व संग्रहण केंद्र प्रभारी उत्तम कुमार चंद्रा के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की अनुशंसा की गई थी। इसके बाद २० मई २०२२ को वरिष्ट व क्षेत्र सहायकों का स्थानांतरण सूची जारी हुआ जिसमें लोहरसिंह संग्रहण केंद्र प्रभारी वरिष्ट सहायक उत्तम कुमार चंद्रा का नाम आया और बेमेतरा के लिए स्थानांतरण किया गया, लेकिन उक्त आदेश के बाद संबंधित को न तो संबंधित डीएमओ ने रिलीव किया न ही उच्च अधिकारियों ने इसे गंभीरता से लिया। बल्कि उल्टे करोड़ों रुपए की गड़बड़ी करने वाले उक्त प्रभारी को प्रोत्साहित करते हुए जिले में ही खाद भंडार गृह का प्रभारी बना दिया गया। इस मुद्दे को पत्रिका ने प्रमुखता से उठाया जिसके बाद मार्कफेड के उच्च अधिकारियों के निर्देश पर डीएमओ ने वरिष्ट सहायक उत्तम कुमार चंद्रा को रिलीव कर दिया है। बताया जाता है कि उक्त कर्मचारी ने सक्ती में ज्वाईनिंग ली है।
साल भर से चल रहा विभागीय जांच
जांच प्रतिवेदन के आधार पर संबंधित कर्मचारी के खिलाफ विभागीय जांच जारी है, उक्त मामले में मार्कफेड के अधिकारी साल भर से अधिक समय बीत गया अभी तक जांच कर रहे हैं इस मामले में अब तक संबंधित पर किसी प्रकार की कार्रवाई नहीं की गई है।
वरिष्ट सहायक को उच्च अधिकारियों के आदेश पर रिलीव कर दिया गया है, वह सक्ती ज्वाईनिंग किया है। रायगढ़ के लिए दूसरे को भेजा गया है उसने अभी ज्वाईन नहीं किया है।
प्रवीण पैंकरा, डीएमओ, मार्कफेड
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