ज्ञात हो कि गराइनबहरी निवासी बेलो उर्फ विश्राम राठिया पिता दिलबोध राठिया (56) शराब पीने आदी था। इसके मौत के कुछ दिन पहले सड़क दुर्घटना में उसकी पत्नी की मौत हो गई थी। इसके बाद बेलो के घर में सिर्फ वह और उसका बेटा भारत राठिया ही बच गए। पत्नी की मौत के बाद मिले मुआवजा राशि से बेलो और अधिक शराब पीने लगा था। वहीं उसका बेटा भी अपने पिता की तरह शराब का सेवन करने लगा था। पुलिस ने बताया कि 01 मार्च की शाम पांच बजे बेलो को आखिरी बार शराब के नशे में झूमते देखा गया था। वहीं 02 मार्च की सुबह बांधापाली स्थित मास्टर तालाब के किनारे उसकी लाश मिली थी।
युवक ने की हैवानियत, नहीं मिला प्यार तो किया दुष्कर्म का प्रयास, फिर पत्थर से कुचलकर हो गया फरारइस मामले में पुलिस ने आशंका व्यक्त कर रही थी कि शराब पीने के बाद बेलो शौच करने के लिए तालाब किनारे गया होगा। वहीं पानी के पास जाते समय नशे की वजह से उसका सिर मुंह के बल आधा पानी और आधा कीचड़ में घुस गया। जिससे वह बाहर ही निकल नहीं सका और सांस नहीं आने की वजह से उसकी मौत हो गई। चूंकि मृतक के सिर या शरीर पर कहीं भी चोट के निशान थे, लेकिन पीएम रिपोर्ट आने के बाद सभी आशंकाएं समाप्त हो चुकी है। बेलो के सिर पर वार कर उसकी हत्या की गई है।