पुलिस को गुमराह करने बनाई झूठी कहानी
घटना के बाद सहोद्रा पुलिस व घर वालों को गुमराह करने के लिए झूठी कहानी बनाने लगी। रात करीब दो बजे वह अपने पुराने घर से निकल कर सामने स्थित नए घर पहुंची। जहां उसके ससुर और देवर रहते हैं। इसके बाद अपने एक देवर बिदेश्वर को उठाकर बताई कि उसका पति बाहर टहलने निकला था, जो घर के आंगन में रक्तरंजिश हालत में पड़ा था, जिसे उठाकर वह घर के अंदर लेकर गई है। घायल के सिर में गंभीर चोट लगी है। इसके बाद बिदेश्वर अपने पिता और एक अन्य भाई तथा पड़ोसी को उठाकर मौके पर गया और अपने बड़े भाई को इलाज के लिए धरमजयगढ़ अस्पताल पहुंचाया, जहां सुबह पांच बजे उसकी मौत हो गई।
ऐसे हुआ खुलासा
मृतक के सिर में चोट लगने से पुलिस को शंका हुई कि उसके सिर पर किसी ठोस वस्तु से हमला हुआ है। वहीं पुलिस को पता चला कि उस रात टीकाराम भी उनके घर में था। ऐसे में पुलिस ने उससे कड़ाई से पूछताछ किया तो उसने अपना जुर्म स्वीकारा। वहीं उसके और उसकी भाभी के संबंध के बारे में बताते हुए इस घटना में आरोपी महिला को भी शामिल होना बताया। इसके बाद पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर रिमांड में जेल भेज दिया है।