चक्रधर समारोह में मंगलवार की देर रात उस समय अजीबो गरीब स्थिति उत्पन्न हो गई। जब शहर के लालटंकी रोड निवासी विनोद अग्रवाल पिता स्व. तुलसी अग्रवाल 55 वर्ष, पीछे से चक्रधर समारोह के मंच पर चढ़ा। वहीं गजल सम्राट रुप राठौर व उनकी पत्नी को सौ रुपए अपने पॉकेट से निकाल कर दिया।
Read more : मैं विश्वास दिलाने आया हूं, अभी जो विकास दिख रहा है अगले पांच सालों में चारगुना ज्यादा दिखेगा : सीएम रुपए देने से पहले उसने सोनाली राठौर के सिर के चारों ओर सौंं रुपए के नोट को घुमाया भी। जब वो मंच से उतरा तो पुलिस के आला अधिकारी के आदेश पर कोतवाली पुलिस उसे पकड़ कर थाने ले आई। पूछताछ में विनोद ने बताया कि उसे गजल अच्छा लगा। इसलिए कलाकार का हौसला अफजाई के लिए वो मंच पर चढ़ कर रुपए दिया था।
उसकी माने तो अगर उसे मंच पर चढऩे से किसी ने मना किया होता तो वो मंच पर नहीं चढ़ता। पर जब कोई रोकटोक नहीं हुआ। जिससे वे बेहिचक होकर मंच पर चढ़ गया और रुपए देकर आ गया। पुलिस आरोपी को थाने लाकर उसके खिलाफ उचित कार्रवाई करने की बात कह रही है।
कलाकारों को भी भटकता है ध्यान
इधर पुलिस का कहना है कि यह एक प्रदेश स्तर का आयोजन है। जिसे हजारों लोग प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रुप से कई माध्यमों के जरिए देखते हैं। कार्यक्रम के बीच में मंच पर चढ़ कर कलाकार को रुपए देने की परंपरा गलत है। इससे कलाकार का भी एकाग्रता प्रभावित होती है। वहीं दर्शकों को भी नॉन स्टॉप कार्यक्रम का आनंद उठाने में परेशानी होती है। चक्रधर समारोह जैसे ख्याति प्राप्त समारोह इस तरह की मनमानी कतई बर्दास्त नहीं की जाएगी।