पचधारी डेम ने ली फिर एक स्कूली छात्र की जान
परीक्षा खत्म होने के बाद गया था दोस्तों के साथ पिकनिक पर
पुलिस कई पहलुओं पर कर रही जांच
रायगढ़
Published: March 27, 2022 07:46:24 pm
रायगढ़. दोस्तों के साथ पिकनिक बनाकर लौट रहे एक युवक ने गर्मी से निजात पाने पचधारी डेम में नहाने गया हुआ था, इस दौरान गहरे पानी में जाने के कारण उसमें डूब गया। इस दौरान जब तक उसके दोस्तों को जनकारी हुई तब तक उसकी मौत हो गई थी। ऐसे में उसे पानी से निकालकर अस्पताल लेकर पहुंचे तो डाक्टरों ने मृत घोषित कर दिया, पुलिस इस मामले में कई बिंदुओं पर जांच कर रही है।
इस संबंध में पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार चक्रधरनगर थाना क्षेत्र के विनोबानगर धोबीपारा निवासी कपिल बरेठ पिता ननकी बरेठ (१८ वर्ष) चक्रधरनगर स्थित हाईस्कूल में १२वीं का छात्र था, इस दौरान परीक्षा खत्म होने के बाद अपने १५-२० दोस्तों के साथ शनिवार को पिकनिकल मनाने इंदिरा बिहार गया हुआ था, वहां से खाना खाने के बाद सभी दोस्त दोपहर करीब ढाई बजे लौटे, इस दौरान रास्ते में सभी ने तय किया कि गर्मी से राहत पाने पचधारी डेम में नहाने चलते हैं। जिससे सभी दोस्त पचधारी में नहा रहे थे, इस दौरान जब कपिल ने डेम के ऊपर से नदी में छलांग लगाया तो वह गहरे पानी में चला गया, इसके बाद वह ऊपर ही नहीं आया जब उसके दोस्तो ने देखा कि सभी पानी से बाहर आ गए और कपिल नजर नहीं आ रहा है तो उसको ढूंढने के लिए पानी में उतरे, इस दौरान करीब १५-२० मिनट तक उसकी पानी में तलाश किया तो उसका पैर पकड़ाया, जिसे खिंचकर बाहर निकाला, इसके बाद उसके पेट को दबाकर पानी तो निकाल दिया, लेकिन उसको होश नहीं आया, ऐसे में सभी दोस्तों ने शनिवार शाम को स्कूटी में बैठकार उसे मेडिकल कालेज अस्पताल लेकर पहुंचे, इस दौरान मौके पर उपस्थित डाक्टरों ने प्राथमिक जांच में ही उसे मृत घोषित कर दिया। रविवार को अस्पताल से भेजी गई तहरीर पर चक्रधरनगर पुलिस ने मर्ग कायम कर पीएम उपरांत शव परिजनों को सौंप दिया है।
गर्मी के शुरूआत में ही डूबने से हुई मौत
वैसे तो पचधारी डेम में हर साल गर्मी के मौसम दो-तीन लोगों की डूबने से मौत होती है। जिससे विगत दो सालों से यहां नहाने पर प्रतिबंध लगा हुआ था, लेकिन इस बार पुलिस का पहरा नहीं होने के कारण लोग बेखौफ नहा रहे हैं। ऐसे में इस बार गर्मी की शुरूआत में ही एक छात्र की पानी में डूबने से मौत हो गई है। वहीं पचधारी डेम में नहाने का दौर जून तक चलता है। जिससे हर साल गहरे पानी में जाने के कारण दो-तीन लोग जान गंवा बैठते हैं।
प्रतिदिन सैकड़ो लोग पहुंच रहे नहाने
इस साल मार्च माह से ही सूर्य की तपीश तेज हो गया है, जिससे गर्मी से निजात पाने शहर सहित ग्रामीण क्षेत्र से भी हर दिन सैकड़ों लोग नहाने के लिए पहुंच रहे हैं। ऐसे में पचधारी डेम में सुबह से शाम तक लोगों की भीड़ लग रही है। इस दौरान बच्चे से लेकर बड़े तक घंटों यहां अटखेलिया करते हैं। कई लोग डेम के ऊपर से नदी में छलांग लगाते हैं जबकि उपरी क्षेत्र में प्रतिबंध लगा हुआ है।
पुलिस के पहरे की जरूरत
कोरोना संक्रमण के चलते पिकनिक स्पॉट सहित अन्य गतिविधियों को बंद किया गया था, साथ ही पचधारी डेम में नहाने पर प्रतिबंध लगाया गया था, इस दौरान यहां पूरे दिन कोतवाली पुलिस की नजर रहती थी, जिससे घटनाएं कम हो गई थी, लेकिन अब पूरी छूट मिलने के बाद डेम में डूबने की घटना सामने आने लगी है, ऐसे में यहां अब पुलिस की पहरे की जरूरत पड़ रही है।

पचधारी डेम ने ली फिर एक स्कूली छात्र की जान
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