मेडिकल कालेज अस्पताल में मरीजों को नहीं मिल रहा बेडसीट
खुद का बेडसीट पर सोकर उपचार कराने की मजबूरी
0 बेडसीट धुलाई में दिक्कत आने का दे रहे हवाला
0 गायनिक मरीजों को हो रही सबसे ज्यादा समस्या
रायगढ़
Updated: April 23, 2022 08:54:38 pm
रायगढ़. जिले के सबसे बड़े मेडिकल कालेज अस्पताल में उपचार कराने आने वाले मरीजों को बेडसीट की समस्या को लेकर पेरशान होना पड़ रहा है। वहीं कुछ मरीज तो अपने घर से बेडसीट ला रहे हैं तो वहीं दूर-दराज के मरीजों को बगैर बेडसीट के ही उपचार कराने की मजदूरी बनी है। जिससे इनको परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
गौरतलब हो कि जिले के सबसे बड़े मेडिकल कालेज अस्पताल में रायगढ़ जिला सहित आसपास के जिला व सरहदी प्रांत ओडिशा से भी यहां मरीज उपचार के लिए आते हैं, ताकि उनका बेहतर उपचार हो सके, लेकिन विगत कुछ दिनों मेडिकल कालेज अस्पताल कोई न कोई समस्या को लेकर सुर्खियों में बना हुआ है, जिसका खामियाजा यहां उपचार कराने आने वाले मरीजों व उनके परिजनों को भुगतना पड़ रहा है। इसके बाद भी इनकी समस्या को नजर अंदाज किए जाने से दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। इन दिनों जिले का तापमान में लगातार बढ़ोतरी हो ही है। जिससे लोग बेहाल नजर आ रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ मेडिकल कालेज अस्पताल में उपचार कराने आने वाले मरीजों को बेडसीट भी उपलब्ध नहीं हो पा रहा है। जिससे गर्मी के चलते बेड में लगे रेगजीन गर्म हो जा रहा है, जिससे मरीजों को दिक्कत हो रही है। हालांकि सबसे ज्यादा समस्या गायनिक मरीजों को हो रही है क्योंकि इनके पास नवजात शिशु भी होते हैं। ऐसे में जिन मरीजों का घर नजदीक है वे तो घर से बेडसीट लाकर काम चला रहे हैं, लेकिन दूर-दराज के मरीजों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
दिगर प्रांत से भी आते हैं मरीज
मेडिकल कालेज अस्पताल में रायगढ़ सहित आसपास के जिला व सरहदी प्रांत ओडिशा से भी यहां बेहतर इलाज के लालसा को लेकर मरीज पहुंचते हैं, साथ ही रायगढ़ जिला औद्योगिक नगरी के रूप में विकसित होने के बाद मरीजों की संख्या में तेजी से इजाफा हुआ है, लेकिन यहां आने के बाद एक न एक परेशानी को लेकर मरीज व उनके परिजन काफी परेशान रहते हैं, हालांकि इसकी जानकारी अस्पताल के अधिकारियों को भी होता है, लेकिन कोई कारगर उपाय नहीं करने के कारण हमेशा मरीज परेशान होते हो रहे हैं।
क्या कहते हैं मरीज
इस संबंध में गायनिक वार्ड में भर्ती मरीजों ने बताया कि गर्मी के चलते बेड गर्म हो जा रहा है जिससे नवजात बच्चों को सुलाने में समस्या आ रही है, साथ ही बेडसीट की मांग करने पर कर्मचारियों द्वारा यह कहा जाता है कि अभी चादर धुलाई के लिए गया है आने के बाद दिया जाएगा, ऐसे में भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
एक बेड में सो रहे दो-दो मरीज
मेकाहारा के गायनिक वार्ड में इन दिनों मरीजों की बाढ़ सी आ गई है। जिससे मरीजों को बेड उपलब्ध नहीं हो पाने के कारण एक बेड में दो-दो मरीजों को सुलाकर इलाज किया जा रहा है। ऐसे में मरीजों का कहना है कि बेड छोटा होने के कारण जब दो मरीज सोते हैं तो नवजात बच्चों को सुलाने में दिक्कत आती है, साथ ही हमेशा यह भय बना रहता है कि कहीं नींद में बच्चे दब न जाए, ऐसे में पूरी रात जागकर बिताना पड़ रहा है।
क्या कहते हैं कर्मचारी
इस संबंध में जब वार्ड में मौजूद कर्मचारियों से बात की गई तो उनका कहना था कि बेडसीट नहीं धुल पाने के कारण मरीजों को घर से चादर लाना पड़ रहा है। इसके लिए उच्चाधिकारियों से बात की गई है, आने के बाद मरीजों को चादर उपलब्ध कराई जाएगी।
वर्जन

मेडिकल कालेज अस्पताल में मरीजों को नहीं मिल रहा बेडसीट
पत्रिका डेली न्यूज़लेटर
अपने इनबॉक्स में दिन की सबसे महत्वपूर्ण समाचार / पोस्ट प्राप्त करें
अगली खबर
