नगर निगम बिजली विभाग का बकायादार है। बोर कनेक्शन, स्ट्रीट लाइट व दफ्तर के बिजली का बिल छह करोड़ 17 लाख रुपए हो चुका है। इस राशि को वसूलने के लिए बिजली विभाग के अधिकारियों द्वारा निगम में कई बार पत्राचार किया गया।
इसके अलावा बिजली विभाग के अधिकारी कई बार आकर निगम अधिकारियों से मुलाकात भी की, ताकि इस बकाया राशि को जमा कराया जा सके। इसके बाद भी निगम के अधिकारी बिजली बिल जमा कराने को लेकर किसी प्रकार से गंभीर नहीं हुए।
वहीं जब लंबे समय तक बिजली का बकाया बिल जमा नहीं किया गया तो बिजली विभाग की टीम बुधवार को निगम दफ्तर पहुंची और लाइन काट दी। इससे निगम में अंधेरा पसर गया। वहीं कर्मचारी यह सोचते हुए कार्य स्थल से बाहर निकले की बिजली गुल हो गई है। वहीं जब निगम में काम कर रहे कर्मचारी एक-एक कर बाहर निकले,
तब उन्हें इस बात की जानकारी मिली कि बिजली बिल जमा नहीं करने की वजह से निगम की लाइन काट दी गई है। वहीं यह भी बताया गया कि फिल्टर प्लांट की बिजली लाइन भी विभाग के द्वारा काट दी गई है।
ऐसे में शाम के समय शहर में जल आपूर्ति भी नहीं हो सकेगी। इसके अलावा नगर निगम शहर की सड़कों को उजाला करने के लिए स्ट्रीट लाइट का उपयोग भी करता है। बिजली विभाग के अधिकारियों का कहना है कि देर शाम शहर के स्ट्रीट लाइट का कनेक्शन भी काटा जाएगा। बिजली विभाग के अधिकारियों की माने तो लंबे समय से बिजली बिल जमा नहीं किए जाने पर उच्चाधिकारियों का दबाब था। ऐसे में यह कार्रवाई की गई।
मुख्यालय में नहीं है निगम में अधिकारी– बिजली विभाग की इस कार्रवाई के दौरान नगर निगम के जिम्मेदार अधिकारी निगम में मौजूद नहीं है। बताया जा रहा है कि विभागीय पेशी में नगर निगम आयुक्त बिलासपुर हाईकोट गए हुए हैं, तो नगर निगम के कार्यपालन अभियंता अमृत मिशन योजना के तहत केंद्र द्वारा आयोजित ट्रेनिंग में गोवा गए हुए हैं। हालांकि इस बात की सूचना विभागीय अधिकारियों ने आयुक्त को दे दी है।
फिल्टर प्लांट का कनेक्शन जोडऩे पार्षदों ने की मांग– फिल्टर प्लांट के बाद निगम दफ्तर की लाइट कटने की जानकारी मिलने के बाद सभापति सलीम नियारिया व अन्य पार्षद भी निगम में मौजूद थे।
लाइन कटने के साथ ही निगम सभापति के द्वारा लोगों को पानी आपूर्ति किए जाने की मांग को लेकर फिल्टर प्लांट की लाइट जोडऩे की बात बिजली विभाग के अधिकारियों से की गई, लेकिन अधिकारियों ने उच्चाधिकारियों से चर्चा किए जाने की बात कहते हुए हाथ खड़े कर दिए।
बिजली विभाग का छह करोड़ 17 लाख रुपए बकाया– नगर निगम पर बिजली विभाग का छह करोड़ 17 लाख रुपए बकाया है। इस बकाया राशि को जमा कराने के लिए निगम के अधिकारियों को कई बार पत्राचार भी किया गया, लेकिन राशि जमा नहीं हो सकी। ऐसे में यह कार्रवाई की गई।
-आरके राव, जेई, बिजली विभाग