बाहर ताला, अंदर कंबल ओढ़े सो रहा पुलिसवाला
हालात : सुबह 4.46 बजे थाना कोतवाली के बाहर वाहन खड़े थे। पूरे थाना परिसर में बीरानी छाई हुई थी। थाने के सामने बरामदे में रखी गईं सभी कुर्सियां व टेबल खाली पड़े थे। अन्दर हवालात जाने वाला मुख्य दरवाजा मोटी जंजीरों से जकड़ा हुआ था और उसमें ताला लगा हुआ था। दरवाजे के टूटे कांच से देखा तो अंदर ड्यूटी में तैनात पुलिस के जवान कंबल तानकर चैन की नींद सो रहे थे। जबकि पुलिस को हर समय चौकन्ना होकर ड्यूटी करना है। इस तरह ड्यूटी करने से लोगों के घर व दुकाने तो दूर थाना भी चोरों से सुरक्षित नहीं रह पाएगा।
चैनल गेट में लगा ताला, अंदर सो रहा पुलिसवाला
हालात : सुबह 4.32 बजे थाना चक्रधरनगर के बाहर एक गार्ड जागता हुआ मिला। थाने के सामने लगा छोटा गेट बंद था। उसे खोलकर अंदर गए तो थाने के सामने मुख्य द्वारा पर लगा चैनल गेट बंद था और उसमें ताला जड़ा हुआ था। चैनल के अंदर बने बरामदे रखी लोहे की बेंच में एक पुलिस का जवाब कंबल ओढ़ कर सोया हुआ था। इस बरामदे में रखी दूसरी बेंच पर दूसरा जवान सोया था। अंदर कमरों में भी पूरी तरह से सन्नाटा पसरा हुआ था। इससे साफ है कि वहां भी ड्यूटी पर तैनात कर्मी सोया होगा।
गेट में लगी थी जंजीर, खोलने पर हुई आवाज तो जाग गए सो रहे जवान
हालात : सुबह 4.07 बजे थाना कोतरारोड के बाहर लगा चैनल बंद था। उसे एक पतली जंजीर से बांधा गया था, जिससे यदि कोई जंजीर खोलकर थाने के अंदर घुसे तो पता चल जाए। हुआ भी ऐसा ही। जब पत्रिका की टीम जंजीर खोलकर अंदर गई तो वहां मुंशी और एक जवान सो रहे थे। आहट से मुंशी और अन्य पुलिस के जवान की नींद खुल गई। उन्होंने परिचय पूछा तो पत्रिका से होना बताया गया। इसके बाद मुंशी ने नाम नंबर भी लिया। पूछने पर मुंशी ने बताया कि क्या करें, कुछ काम नहीं है तो गेट बंद करके सो जाते हैं। कोई पीडि़त या शिकायत दर्ज कराने आता है तो उसकी शिकायत दर्ज की जाती है। ड्यूटी के दौरा सोना गलत है इस सवाल पर मुंशी ने कहा कि पूरी रात करें भी क्या, इससे लेट कर आराम ही कर लेते हैं।
पुलिस अधीक्षक राजेश अग्रवाल से सीधी बात
सवाल : ड्यूटी के दौरान रात में पुलिस का सोना सही है या गलत?
जवाब : ड्यूटी के समय सोना गलत है।
सवाल : मंगलवार तड़के शहर के सभी थानों चौकी में ताले लगे मिले हैं?
जवाब : यदि ऐसा है तो इसकी जांच की जाएगी।
सवाल : पुलिस की इसी लचर कार्यशैली से शहर में चोरिया और अन्य वारदातें हो रही हैं?
जवाब : ऐसा नहीं है, मुझे आए अभी अधिक समय नहीं हुआ। जिले की पुलिसिंग बेहतर होगी। हमारी पेट्रोलिंग टीम लगातार गश्त कर रही है।