एडीईएन से चर्चा करने के दौरान ऑटो चालक ने पार्किंग की पुरानी व्यवस्था को बहाल करने की मांग की। पर हाल के दिनों के आरपीएफ की सख्ती को देख ऑटो चालको को राहत नहीं मिलने की बात कही जा रही है।
शनिवार की सुबह करीब दो दर्जन से अधिक ऑटो चालक, कांग्रेसी नेता अनिल अग्रवाल, कुलदीप व अन्य रेलवे के आला अधिकारी सीनियर एडीईएन समीरकांत माथुर के बंगले पर पहुंचे। जहां ऑटो के पुरानी पार्किंग की व्यवस्था को बहाल करने की मांग की।
जिसपर आरपीएफ ने शुक्रवार से ब्रेक लगा दी है। मिली जानकारी के अनुसार एसईसीआर जोन के जीएम सुनील सिंह के गुरुवार को रायगढ़ दौरे के क्रम में पार्किंग व्यवस्था को सुधार करने के साथ कई अन्य पहल की गई थी। इस बीच ऑटो चालक, जीएम से मुलाकत कर रायगढ़ आरपीएफ की थोक में शिकायत की थी।
इसके बाद आरपीएफ ने नो पार्किंग जोन में किसी भी वाहन को खड़ा नहीं करने का फैसला किया है। आरपीएफ की इस पहल से पार्किंग व्यवस्था में सुधार तो हुआ है। पर ऑटो चालक, खुद केे आर्थिक नुकसान का हवाला दे रहे हैं। ऑटो चाकलों की माने तो आईओडब्ल्यू आफिस के पास ऑटो खड़ा करने से सवारी, आसानी से मिलती थी। पर अब यह बंद हो गया है। इधर आरपीएफ की दलील है कि सुव्यवस्थिति पार्किंग को लेकर यह पहल की गई है। ऑटो चालकों की मांग को लेकर एडीईएन ने कहा कि आपकी समस्याओं को
बिलासपुर डिवीजन के आला अधिकारी को अवगत कराया गया है। वहीं जीएम के दौरे के बाद पार्किंग को लेकर कोई आदेश नहीं मिला है। आला अधिकारी के आदेश पर हर संभव मदद करने की पहल की जाएगी।
बड़ी संख्या में आरपीएफ जवान तैनात– रेलवे की पार्किंग व्यवस्था सुधारने व बेतरतीब ऑटो चालकों पर लगाम लगाने आरपीएफ ने शुक्रवार से पहल कर दी है। इसके लिए बड़ी संख्या में आरपीएफ के जवानों की ड्यूटी लगाई गई है। जिससे नो पार्किंग जोन में कोई भी वाहन खड़ा ना हो। आरपीएफ की इस पहल से रेलवे स्टेशन के बाहर, जाम लगने की समस्या काफी हद तक सुधरते हुए नजर आ रही है।