एसपी संतोष सिंह ने लूट का खुलासा करते हुए बताया कि एक महिला ने पुलिस को सूचना दी कि दो युवक की गतिविधि संदिग्ध है, जो कि केराझर गांव में है। पुलिस के लिए यह सूचना महत्वपूर्ण साबित हुई। उन्होंने बताया कि यह दोनों आरोपी अंतरराज्यीय गैंग से जुड़े हैं। इसमें एक आरोपी सुधीर कुमार सिंह (23) बिहार के सिवान जिला का है। वहीं दूसरा पिंटू वर्मा उर्फ़ विराट सिंह और छोटू बिहार के कैमूर जिले का निवासी है।
पूछताछ के दौरान आरोपियों ने पुलिस को बताया कि सुधीर का बड़ा भाई जिंदल कंपनी का कांट्रेक्टर है। वह कभी-कभी यहां आया करता था। इस दौरान उसके दिमाग में कैश वन को लूट कर जल्द लाखों कमाने का आइडिया आया। उसने अपने गांव के साथी पिंटू वर्मा से इस बारे में संपर्क किया।
उन दोनों ने गांव से ही दो पिस्टल, दो देसी कट्टा, तीन मैगजीन में 26 राउंड, दो जिंदा कारतूस, दो बटन चाकू खरीदे। सुधीर वर्मा ने भूपदेवपुर थाना क्षेत्र के केराझर गांव में एक किराए का मकान लिया और वहां रहने लगे। वह दोनों पिछले 15 दिनों से कैश वैन की रेकी कर रहे थे और शुक्रवार को घटना को अंजाम दिया।
पुलिस को मिली सटीक सूचना
एसपी संतोष कुमार सिंह ने बताया कि घटना के बाद पुलिस अलर्ट हो गई और पूरे जिले में नाकेबंदी कर दी। वहीं पुलिस लुटेरों के संभावित भागने वाले स्थानों की सीसीटीवी भी खंगाल रही थी। उनका लोकेशन भूपदेवपुर की ओर मिला। पुलिस ने पुख्ता जानकारी मिलने के बाद पहले गांव को घेरा फिर उस मकान की घेराबंदी की, जहां आरोपी छिपे हुए थे।