मांड नदी में मंगलवार की सुबह एक बार फिर से रेसक्यू आपरेशन शुरू किया गया है।
In the river itself, in search of the rural three children angry with the administration’s resignation
रायगढ़. मांड नदी में मंगलवार की सुबह एक बार फिर से रेसक्यू आपरेशन शुरू किया गया है। ग्रामीणों का कहना है कि तीन बच्चे पिछले 24 घंटे से पानी में लापता है और प्रशासन की टीम उदासीन है, परेशान होकर ग्रामीण खुद जाली लेकर नदी में उतर गए हैंं, वहीं लगातार बीत रहे घंटे और परिणाम नहीं आने पर रह-रहकर माहौल भी गर्म होता जा रहा है। पुलिस और प्रशासन की टीम से साथ बहस की स्थिति बन रही है।
मांड नदी में बहे तीन बच्चों की तलाश दूसरे दिन यानि मंगलवार को एक बार फिर से शुरू हो गई है। दूसरे दिन हजारों की संख्या में लोग मांड नदी के किनारे पर पहुंच चुके हैं और बच्चों के मिलने का इंतजार कर रहे हैं।
इन लोगों में प्रशासन के लचर रेसक्यू के प्रति आक्रोश देखा जा रहा है। अभी तक एक भी बच्चे का सुराग नहीं मिल सका है। लोगों का कहना है कि प्रशासन के रेसक्यू में कोई गंभीरता नहीं दिख रही है।
इससे परेशान होकर उनके कालोनी के लोग खुद ही जाली लेकर नदी में उतर चुके हैं। हलांकि प्रशासन की रेसक्यू टीम भी दिन के साढ़े नौ बजे से इसमें लग चुकी है पर लोगों को अब इस पर भरोसा नहीं रहा है। विदित हो कि मांड नदी में सोमवार को दो बच्चे जल भरने गए थे इसी दौरान वो डूबने लगे थे इसके बाद उन्हें बचाने के लिए दो और लोग पानी में कूद गए ऐसे में चारों नदी में बह गए हैं। इनमें से एक बच्चे की लाश सोमवार को नदी से निकाली गई है वहीं तीन अन्य बच्चों की तलाश नदी में जारी है। वहीं मौके पर उपस्थित लोगों का कहना है कि लगातार समय बीत रहा है और बच्चों का कुछ पता नहीं चल रहा है इसके कारण वहां उपस्थित लोगों का आक्रोश भी बढ़ता जा रहा है। इस दौरान कई बार पुलिस से साथ बहस व झड़प की स्थिति बन चुकी है।
क्या है घटना- सोमवार को धरमजयगढ़ कॉलोनी निवासी बिट्टू नयन पिता परवीन नयन 14 वर्ष, राहुन नयन पिता परवीन नयन 8 वर्ष, आदी हलदार पिता दिलीप हलदर 12 वर्ष तथा किशोर राय पिता तपस राय 20 वर्ष सोमवार की सुबह 8.30 बजे अपनी-अपनी मां व परिवार की अन्य महिलाओं के साथ अंबेटिकरा स्थित मांड नदी पहुंचे हुए थे। जहां से जल भरकर वे अंबेटिकरा से करीब 10 किमी दूर रायगढ़ रोड में स्थित सरिया नाला जल चढ़ाने जाने वाले थे। तभी मांड नदी स्थित घाट में महिलाएं एक तरफ और उनके बच्चे दूसरे तरफ नहा रहे थे। इस दौरान बिट्टू नयन व परवीन (सगे भाई) जल भरने के लिए पानी में उतरे। पुलिस का कहना है कि उक्त घाट काफी गहरा है। ऐसे में दोनों भाई गहरे पानी में चले गए और देखते ही देखते पानी के भंवर में फंस गए। दोनों भाइयों को डूबता देख उनके दोस्त दिलीप और किशोर भी उन्हें बचाने के लिए पानी में घुसे। इस दौरान चारों के चारों नदी की धार में बह गए। मौके पर पहुंचे एसडीएम- प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि ग्रामीणों और पुलिस के बीच हुए विवाद और झड़प जैसी स्थिति की सूचना मिलने के बाद धरमजयगढ़ एसडीएम भी मौके पर पहुंची और हालात का जायजा लिया है। अभी स्थिति ठीक बताई जा रही है।