महिला आरक्षक का अपने पति के साथ विवाद, थाने में देर तक हुई लड़ाई
रायगढ़Published: Sep 29, 2015 11:51:00 pm
मां से अलग नहीं रखने की मजबूरी के बीच मकान मलिक का परिवार, दुधमुंही
बच्ची के साथ घंटों थाने के बाहर बैठा रहा। पर इस बीच दंपति मासूम बेटी को
भूल थाने अंदर ही आपस में लड़ते रहे।
रायगढ़. रायगढ़ पुलिस की एक महिला आरक्षक का अपने पति के साथ विवाद हो गया। दंपत्ति के बीच हुई मारपीट के बाद मामला चक्रधर नगर थाने पहुंचा। जहां दंपत्ति की 6 माह की बच्ची को लेकर मकान मालिक का परिवार काफी परेशान रहा। मां से अलग नहीं रखने की मजबूरी के बीच मकान मलिक का परिवार, दुधमुंही बच्ची के साथ घंटों थाने के बाहर बैठा रहा। पर इस बीच दंपति मासूम बेटी को भूल थाने अंदर ही आपस में लड़ते रहे।
कापू थाना क्षेत्र की सुनीता हसदा, रायगढ़ पुलिस में आरक्षक के पद पर कार्यरत है। जिसकी शादी छाल थाना क्षेत्र के लात निवासी चुमुकलाल सारथी के साथ हुई है। इस बीच उनकी एक बच्ची भी है। जिसे लेकर दंपत्ति, केलो विहार स्थिति एक किराए के मकान में रहते हैं। मिली जानकारी के अनुसार जिला पंचायत के करीब स्थित महिला छात्रावास में पदस्थ महिला आरक्षक का आए दिन अपने पति के साथ विवाद होता है। मंगलवार को भी कुछ ऐसा ही हुआ।
बढ़ते विवाद के बीच महिला आरक्षक की दूधमुंही बच्ची, जाने- अंजाने में उसके हाथ से गिर गई। पति ने यह समझा की उसकी आरक्षक पत्नी ने 6 माह की मासूम बेटी को पटक दिया है। इस बात पर दोनों के बीच मारपीट शुरू हो गई। इससे मामला चक्रधर नगर थाने जा पहुंचा। दोनों पक्षों ने पुलिस में शिकायत की है। इस बीच मकान मालिक का परिवार उनकी मासूम बच्ची को लेकर परेशान रहा।
मां से दुधमुंही बच्ची को अलग नहीं रखने की मजबूरी के बीच मकान मालिक का परिवार भी इस विवाद में काफी देर तक उलझा रहा। मासूम बच्ची को लेकर मकान मालिक का परिवार काफी देर तक थाने के बाहर बैठा रहा। हद तो तक हो गई जब थाने के अंदर भी दंपत्ति बच्ची की चिंता को छोड़ आपस में लड़ते हुए पा गए।
पहले तो मैं इंसान हूँ
इस मामले पर महिला आरक्षक के मकान मालिक का कहना है कि आपसी विवाद व मारपीट में दंपती, अपनी मासूम बच्ची को भूल गए थे। थाने के बाहर व अंदर हुए विवाद इस बात के प्रमाण हैं। मकान मालिक से पहले इंसान हूँ। मानवता के नाते बच्ची को संभाल रहा हूँ।