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पिछली बार निगम को इस वजह से मिला था एक करोड़ का पुरस्कार, पर इस बार नहीं मिलेगा, ये है वजह…

locationरायगढ़Published: Mar 19, 2019 05:49:43 pm

Submitted by:

Vasudev Yadav

– विभागीय अधिकारी कर रहे मशक्कत

पिछली बार निगम को इस वजह से मिला था एक करोड़ का पुरस्कार, पर इस बार नहीं मिलेगा, ये है वजह...

पिछली बार निगम को इस वजह से मिला था एक करोड़ का पुरस्कार, पर इस बार नहीं मिलेगा, ये है वजह…

रायगढ़. पिछले वित्तीय वर्ष मेें नगर निगम ने बेहतर वसूली की थी। इसकी वजह से निगम को राज्य शासन की ओर से एक करोड़ रुपए का पुरस्कार भी मिला था, लेकिन इस वर्ष निगम के वसूली की रफ्तार काफी धीमी है। ऐसे में यह माना जा रहा है कि न तो निगम लक्ष्य तक पहुंच सकेगा और ना ही निगम को पुरस्कार मिलेगा। इसके पीछे कारण यह है कि इस वर्ष 19 करोड़ के लक्ष्य में निगम अब तक 14 करोड़ ही वसूल सकी है। अभी भी निगम को पांच करोड़ की वसूली करना है, जबकि उक्त राशि की वसूली के लिए निगम के पास कुछ दिन का ही समय भी शेष नहीं है।
नगर निगम को इस वित्तीय वर्ष में विभिन्न मदों से करीब 19 करोड़ रुपए राजस्व वसूल करना है। वित्तीय वर्ष का 11 माह बीत चुका है। वहीं अंतिम माह एक पखवाड़े से अधिक समय बीत गया है, लेकिन अब तक निगम के द्वारा महज 14 करोड़ तक ही वसूली हो सकी है। खास बात यह है कि नगरीय निकायों में बेहतर वसूली हो इसके लिए राज्य सरकार के द्वारा प्रोत्साहित भी किया जाता है।
लक्ष्य के 80 फीसदी से अधिक वसूली होने पर राज्य सरकार संबंधित निकायों को पुरस्कृत करती है। पिछले वित्तीय वर्ष में नगर निगम ने यह लक्ष्य हासिल कर लिया था। ऐसे में राज्य सरकार ने निगम को एक करोड़ की प्रोत्साहन राशि भी दी थी। पिछले वर्ष ने नगर निगम को यह पुरस्कार मिल गया, लेकिन इस बार पुरस्कार मिलने की संभावना नजर नहीं आ रही है। इसके पीछे वसूली में पिछडऩे का कारण है।
विभागीय सूत्रों की माने तो इस वर्ष नगर निगम को राजस्व वसूली का लक्ष्य 19 करोड़ रुपए है। वहीं मौजूदा समय में वित्तीय वर्ष का 11 माह समाप्त हो चुका है। वहीं 12वां माह समाप्त होने को है। अब तक निगम के द्वारा महज 14 करोड़ रुपए की वसूली ही हुई है। ऐसे में अभी भी निगम को पांच करोड़ रुपए की वसूली करनी है। खास बात यह है कि वित्तीय वर्ष का यह अंतिम माह चल रहा है।

अभी भी कर रहे मशक्कत
विभागीय अधिकारियों की मानें तो राजस्व वसूली के लिए लगातार मशक्कत किया जा रहा है। मौजूदा समय में शिविर तो लगाया जा रहा है। वहीं इसके अलावा बड़े बकायादारों से भी लगातार संपर्क किया जा रहा है, ताकि वित्तीय वर्ष समाप्त होने से पहले ही बकाया राशि की वसूली हो सकी। इसके लिए नगर निगम के राजस्व विभाग की टीम लगातार बड़े बकायादारों के पास पहुंच रही है। बताया जा रहा है कि कुछ बड़े बकायादार राशि जमा कर दिए हैं तो कुछ ने अधिकारियों से बकाया जमा करने के लिए समय मांगा है।

फिर फंसेंगे कर्मचारी
राजस्व वसूली में राजस्व विभाग के अधिकारी-कर्मचारियों के द्वारा कोताही भी बरती गई। इस बात को निगम के अधिकारी भी स्वीकार कर रहे हैं। इसकी वजह से वित्तीय वर्ष के अंतिम माह में भी निगम लक्ष्य के करीब नहीं पहुंच सका है। इस बात को लेकर निगम आयुक्त ने पूर्व में राजस्व विभाग के अधिकारी-कर्मचारियों को नोटिस भी जारी किया था।

-वसूली की प्रक्रिया चल रही है। राजस्व वसूली का लक्ष्य हासिल हो सके, इसके लिए शहर के विभिन्न वार्डों में शिविर भी लगाया जा रहा है। प्रयास रहेगा कि वित्तीय वर्ष समाप्त होने के साथ लक्ष्य को हासिल कर लिया जाए- प्रदीप मिश्रा, प्रभारी राजस्व अधिकारी, नगर निगम
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