जानकारी के अनुसार सारंगढ़ के धुता गांव निवासी रामगोपाल चौहान का दावा है कि उक्त स्थान का लगातार उसको सपना आता था। इसके बाद वह अपनी दीदी और जीजा के गांव पहुंचा। बीते बुधवार को गांव के अन्य लोगों के साथ उक्त स्थान पर गया और खुदाई की। खुदाई के दौरान एक शिवलिंग, 3 कलश, 3 त्रिशूल, 547 रुद्राक्ष, तांबे का सांप और ब्रम्हा-विष्णु-महेश के पिंड भी मिले।
क्या है पूरा मामला
युवक 2014 में काम करने के लिए चेन्नई गया हुआ था। तभी से उसके सपने आ रहे थे। सपने में उसकी मुलाकात एक बाबा से होती थी। युवक महामृत्युजंय मंत्र का जाप करने लगा। फिर तीन चार दिन पहले अपनी बहन के घर पहुंचा तो फिर उसे सपने आने लगे। उसने अपनी बहन व जीजा को बताया, साथ ही गांव के कुछ लोगों को जानकारी दी, लेकिन पहाड़ में किसी बाबा के होने से ग्रामीणों ने इनकार किया तो वह मंगलवार को देववन योनी जंगल में पहुंचा और जिस जगह की उसे सपने आते थे, वहां उसने एक झंडे गाड़ दिए।
फिर बुधवार को ग्रामीणों के साथ वहां पहुंचा और उसकी खुदाई की तो 1 शिव लिंग, 3 कलश, 3 त्रिशुल, 547 रूद्राक्ष, तांब के सांप व ब्रम्हा-विष्णु-महेश के पिंड भी मिले। इसकी जानकारी आसपास के गांवों में हुई तो लोग अब वहां पूजा-अर्चना करने पहुंच रहे हैं। रामगोपाल चौहान 26 साल सारंगढ़ ब्लॉक अंतर्गत ग्राम धुता के निवासी है। बरमकेला ब्लॉक के कलगाटार में उसकी बहन व जीजा रहते हैं।