पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार मृतक दिनेश कुमार सिदार (29) तरकेला का रहने वाला था। वहीं साल 2013 से नंदेली स्थित प्री मैट्रिक अनुसूचित जाति बालक छात्रावास में चपरासी का काम करता था। वहां उसके अलावा दो अन्य चपरासी भी काम करते हैं। इन तीनों की शिफ्ट में ड्यूटी लगती है।
दीपावली पर्व से छात्रावास में छुट्टी है। ऐसे में सभी बच्चे अपने-अपने घर गए हैं। दो नवंबर को दिनेश कुमार व बरपाली निवासी राकेश पटेल जोकि छात्रावास अधीक्षक हैं वे ड्यूटी पर थे। दोपहर में राकेश पटेल को काम पड़ जाने पर वह अपने घर चला गया। रात 9 बजे राकेश पटेल छात्रावास आया तो देखा कि वहां लाइट नहीं थी। इसके बाद उसने दिनेश को फोन लगाया तो उसने फोन रिसीव नहीं किया। इसके बाद राकेश पटेल टॉर्च लेकर चपरासी के कमरे के बाहर जाकर देखा तो उसकी बाइक खड़ी थी और दरवाजा भी हल्का खुला था। फिर राकेश ने दरवाजा खोल कर टार्च मारा तो उसके होश उड़ गए। दिनेश अपने तखत पर चित्त लेटा था वहीं फर्स पूरा खून से सना हुआ था। ऐसे में छात्रावास अधीक्षक डर गया और तत्काल गांव वालों व सरपंच को इसकी सूचना दी। सूचना मिलते ही सभी मौके पर पहुंचे और पुलिस को घटना की सूचना दी गई।
दोस्तों से मांगा क्षमा, देहदान की जताई इच्छा
घटना स्थल पहुंचने के बाद पुलिस को मृतक के पास से एक सुसाइड नोट मिला। जिसमें दिनेश ने लिखा था कि वह अपने जिंदगी से त्रस्त हो गया है। वहीं अपने दोस्तों के लिए लिखा कि अगर उसने किसी का दिल दुखाया तो वे उसे क्षमा कर दें। इसके अलावा आखिरी में मृतक ने लिखा कि अगर उसका शरीर किसी के काम आ जाए तो उसे दान में दे दिया जाए। पुलिस ने गांव वालों व मृतक के परिजनों से पूछताछ की तो पता चला कि वह बहुत ही अच्छा इंसान था, लेकिन किन कारणों से उसने खुदकुशी की, इस बात से सभी हैरान और परेशान हैं।
कीटनाशक पीने की भी जताई आशंका
पुलिस ने बताया कि मृतक के कमरे में कीटनाशक का गंध आ रहा था। वहीं उसके कमरे के बाहर दो स्टील का ग्लास रखा था, उसमें भी कीटनाशक का गंध आ रहा था। ऐसे में पुलिस ने आशंका व्यक्त की है कि दिनेश ने पहले कीटनाशक पीया होगा, इसके बाद भी जब उसे कुछ असर नहीं हुआ तो उसने पहले पांच-छह वार कर अपने कलाई की नस काटी। इसके बाद कोहनी के पास भी बुरी तरह ब्लेड से काटा। पुलिस को मौके पर एक ब्लेड तथा मृतक के पॉकिट में एक नया ब्लेड मिला है। पुलिस की मानें तो दिनेश खुदकुशी करने की नीयत से पूरा जुगाड़ अपने पास रखा था।