पुलिस ने बताया कि गणेश चौहान पिता रामजनम चौहान (44) झाराडीह खरसिया का रहने वाला था और शराब पीने का आदी था। वह अधिकांश समय शराब के नशे धुत रहता था। आठ जून की सुबह भी गणेश ने शराब पीया हुआ था। इसके बाद वह गांव के गाढ़ा तालाब खदान में नहाने गया था।
पुलिस ने बताया कि उक्त स्थान पर पहले खदान था, जिसे बाद में तालाब बना दिया गया। तालाब पहुंचने के बाद गणेश स्नान करने तालाब के अंदर गया। उसके बाद वह बाहर नहीं निकला। इस वाकये को तालाब किनारे पेड़ के पास बैठा व्यक्ति देख रहा था। जब काफी देर बाद गणेश पानी से बाहर नहीं आया तो उस व्यक्ति को शंका हुई और गणेश के परिजनों को घटना की जानकारी दी। परिजन तालाब में गणशे की खोजबीन करने में जुट गए। कुछ घंटों की मशक्कत के बाद गणेश को तालाब से बाहर निकाला गया। तब तक उसकी मौत हो चुकी थी। इसके बाद घटना की सूचना पुलिस को दी गई।
नहीं आता था तैरना
पुलिस के अनुसार इस घटना की खास यह है कि मृतक को तैरना नहीं आता था, लेकिन शराब के नशे में वह तालाब नहाने चला गया। तैरने नहीं आने की वजह से उसे पचरी के पास ही नहाना था, लेकिन वह नशे में होने के कारण गहरे पानी में चला गया। जिससे उसकी डूब कर मौत हो गई।