उसके बाद आरपीएफ के साथ शोधकर्ता ने भी राहत की सांस ली। विदित हो कि समरसता एक्सप्रेस के झारसुगुड़ा में 40 मिनट के ठहराव की गलत सूचना के बीच शोधकर्ता उतर गया। जिससे उसकी ट्रेन छूट गई थी।
रायगढ़ आरपीएफ पोस्ट की सजगता से रिसर्च से जुड़े केमिकल से भरा बैग, शेधकर्ता यात्री की भ्रम में होने की वजह से समरसता एक्सप्रेस में छूट गया। जिसकी सूचना जब आरपीएफ को मिली तो उक्त बैग को सुरक्षित तरीके से उतारने को लेकर हड़कंप मच गया। मिली जानकारी के अनुसार हावड़ा के एक कॉलेज में विज्ञान से जुड़े किसी विषय पर शोध कर रहे अपिन सुदे, समरसता एक्सप्रेस से हावड़ा से मुंबई जा रहे थे।
उनके साथ केमिकल से भरा एक बैग था और उनका बर्थ स्लीपर कोच के एस-8 में 17 नंबर बर्थ पर था। ट्रेन के झारसुगुड़ा रेलवे स्टेशन पहुंचने के दौरान रिसर्चर से किसी ने कह दिया कि झारसुगुड़ा स्टेशन पर ट्रेन की ठहराव आज 40 मिनट का है। ऐसे में, शोधकर्ता प्लेटफार्म से बाहर चले गए। जब 40 मिनट बाद वो लौटा तो समरसता एक्सप्रेस30 मिनट पहले ही छूट चुकी थी। ऐसे में, परेशान शोधकर्ता ने मामले की जानकारी आरपीएफ को दी।
Read more : #देवरानी और जेठानी दोनो से थे युवक के अनैतिक संबंध एक से संबंध बनाते दूसरी ने देखा, खून से लाल हो गया घर का आंगन जिसके बाद उसे रायगढ़ में उतराने की पहल की गई। जिसे सुरक्षित ढंग से पोस्ट में लाया गया। करीब दो घंटे बाद उत्कल एक्सप्रेस से रायगढ़ पहुंचे शोधकर्ता आरपीएफ पोस्ट पहुंचा। तब उससे बैग मेंं मौजूद सामान के बारे में पूछताछ कर उसके केमिकल से भरे बैग को सौंपा गया।
गलती को किया स्वीकार
आरपीएफ द्वारा बैग के असली हकदार को लेकर शोधकर्ता से पूछताछ की गई है। जिसमें उसने अपनी गलती को स्वीकार करते हुए यह कहा कि उसे एक जरुरी रिसर्च को लेकर मुंबई जाना है। जिसमें उक्त केमिकल का इस्तेमाल करना है। ऐसे में, वो केमिकल काफी अहम है। पर रायगढ़ आरपीएफ पोस्ट के अधिकारी व जवानों की सजगता से उक्त बैग मिलने से उसका गलत उपयोग होने से बच गया।