चक्रधर समारोह को लेकर पूछे गए एक सवाल पर उनका कहना था कि यह मंच बहुत गौरवशाली है। इस मंच पर कार्यक्रम देना सौभाग्य की बात है।
शराब बंदी होने से प्रदेश एक माह में ही स्वर्ग बन जाएगा, जानें चक्रधर समारोह में पहुंचे लोक कलाकार चंद्राकर ने और क्या कहा…
रायगढ़. बिहार सहित अन्य प्रांतों में शराब बंदी लागू की जा सकती है तो इस प्रदेश में भी शराब बंदी किया जाना चाहिए। शराब बंदी होने से प्रदेश एक माह में ही स्वर्ग बन जाएगा। यह कहना है छत्तीसगढ़ लोक रंग के कलाकार दीपक चंद्राकर का। दीपक चंद्राकर चक्रधर समारोह की 8वीं शाम छत्तीसगढ़ लोकरंग अर्जुंदा कार्यक्रम की प्रस्तुति देने शहर पहुंचे थे। कार्यक्रम से पूर्व उनकी प्रेस वार्ता एक होटल में आयोजित की गई थी।
प्रेस वार्ता के दौरान दीपक चंद्राकर का कहना था कि लोक कला में कुर्ता को शामिल करने वाले जल्दी लोकप्रिय होने के लिए ऐसा करते हैं, जबकि लोग भी उसे स्वीकार नहीं करते। वहीं छत्तीसगढ़ में रहने वाले लोग भी छत्तीसगढ़ी भाषा बोलने से परहेज करने के सवाल पर उनका कहना था कि यह ऐसे लोग करते हैं जो गांव से शहर आकर बसते हैं जबकि उन्हें ऐसा नहीं करना चाहिए।
MIC की बैठक में एक करोड़ 27 लाख के प्रस्ताव को मिली स्वीकृति छत्तीसगढ़ी फिल्म के ज्यादा नहीं चलने को लेकर पूछे गए एक सवाल पर उनका कहना था कि छत्तीसगढ़ी फिल्म जो बनाई जा रही है उसमें मुंबई को कॉपी किया जा रहा है जिसकी वजह से यहां के लोग फिल्म को पसंद नहीं कर रहे। चक्रधर समारोह को लेकर पूछे गए एक सवाल पर उनका कहना था कि यह मंच बहुत गौरवशाली है। इस मंच पर कार्यक्रम देना सौभाग्य की बात है। वहीं कलाकार को मंच में प्रस्तुति देना ही उनका सम्मान हो जाता है।
स्थानीय भाषा को बचाने का प्रयास एक सवाल के जवाब में उनका कहना था कि छत्तीसगढ़ी भाषा को बचाने के लिए यहां के लोगों को ही प्रयास करना होगा। वहीं उन्होंने कहा कि वह अधिकांश तौर पर अपने कार्यक्रम के दौरान छत्तीसगढ़ी यंत्रों का प्रयोग करते हैं। इसी तरह कहीं कार्यक्रम देने जाते हैं तब भी वह अपनी मातृभाषा छत्तीसगढ़ी में ही बातचीत करते हैं।