प्रतियोगी परीक्षाओं में नकल कराने के प्रदेशभर में सामने आ रहे मामलों के कारण पटवारी परीक्षा जिला प्रशासन के लिए कड़ी चुनौती बनी हुई है। चार दिन बाद 13 फरवरी को आयोजित होने जा रही पटवारी भर्ती परीक्षा में 24 हजार से अधिक अभ्यर्थी शामिल होंगे। इसके सफल आयोजन को लेकर जिला प्रशासन की नींद उड़ी हुई है। नकल पर नकेल कसने के प्रयासों में जुटा प्रशासन पुख्ता बंदोबस्त करने में लगा हुआ है। परीक्षा समन्वय और अन्य कार्मिकों को गुरुवार को वेटरनरी सभागार में प्रशिक्षण दिया जाएगा।
हर केन्द्र पर होगा जैमर
नकल के बढ़ते हाइटेक तरीकों पर अंकुश लगाने के लिए पटवारी भर्ती परीक्षा में जैमर का उपयोग किया जाएगा। प्रत्येक परीक्षा केन्द्र पर जैमर लगाया जाएगा। इसके लिए जिला प्रशासन ने तैयारी की है। बीकानेर में 24 हजार 11 अभ्यर्थी परीक्षा देंगे। इसके लिए 82 परीक्षा केन्द्र बनाए गए हैं। सभी केन्द्र शहरी सीमा में है। इनमें 56 निजी स्कूल और महाविद्यालय शामिल है।
बीकानेर के अभ्यर्थी जाएंगे नागौर
प्रतियोगी परीक्षाओं में नकल के बढ़ते चलन को रोकने के लिए राजस्व विभाग नए प्रयोग भी करने जा रहा है। इस बार स्थानीय अभ्यर्थियों के परीक्षा केन्द्र अन्य जिलों में दिए गए हैं। बीकानेर के अभ्यर्थी नागौर में परीक्षा देंगे, जबकि चूरू और श्रीगंगानगर के अभ्यर्थियों को बीकानेर केन्द्र दिया गया है।
पुख्ता होंगे बंदोबस्त
पटवारी परीक्षा के सफल आयोजन को लेकर तैयारियों में जुटे हैं। सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किए जा रहे हैं। बड़ी संख्या में उडऩ दस्ते बनाए गए हैं। असामाजिक तत्वों को किसी भी सूरत में सफल नहीं होने देंगे।
हरिप्रसाद पिपरालिया, अतिरिक्त जिला कलक्टर, बीकानेर।