scriptअद्यौगिक विकास के नाम पर हजारों पेड़ों की बलि चढऩे से बची | Thousands of trees saved from being sacrificed in the name of industri | Patrika News

अद्यौगिक विकास के नाम पर हजारों पेड़ों की बलि चढऩे से बची

locationरायगढ़Published: Jul 04, 2022 07:30:06 pm

एनआर आयरन एंड पॉवर लिमिटेड के पेड़ कटाई के लिए लगे आवेदन को किया निरस्तवन विभाग के अभिमत के आधार पर की गई कार्रवाई

अद्यौगिक विकास के नाम पर हजारों पेड़ों की बलि चढऩे से बची

पेड़ कटाई के लिए लगे आवेदन को किया निरस्त

रायगढ़। अद्यौगिक विकास के नाम पर एनआयर आयरन द्वारा २०० प्रजाती के हजारों पेड़ों को काटने के लिए प्रशासन से अनुमति मांगी थी, जिसे वन विभाग के अभिमत के आधार पर एसडीएम ने निरस्त कर दिया है। आवेद निरस्त होने से हजारों पेड़ों की बलि चढऩे से बच गया।
जिला मुख्यालय से लगे ग्राम शिवपुरी में एनआर आयरन एंड पॉवर लिमिटेड के अद्यौगिक विस्तार के लिए करीब २५० एकड़ निजी जमीन क्रय किया गया है तो वहीं १७७ हेक्टेयर जमीन सीएसआईडीसी से आवंटन के लिए आवेदन लगाया है। जिसमें अभी आवंटन की प्रक्रिया लंबित है। फर्म के डायरेक्टर विजय कुमार अग्रवाल पिता नंद किशोर अग्रवाल ने उक्त पूरे जमीन में लगे २०० विभिन्न प्रजाती के पेड़ों को काटने के लिए एसडीएम से अनुमति मांगा था। जिसमें पेड़ों की संख्या काफी अधिक होने की बात सामने आने के बाद तत्कालीन एसडीएम वाईके उर्वशा ने वन विभाग को भौतिक सत्यापन कर रिपोर्ट अपने अभिमत के साथ देने पत्र लिखा था। वन विभाग ने भौतिक सत्यापन पूरा करने के बाद १५ जून को रिपोर्ट अपने अभिमत के साथ एसडीएम को भेजा। वन विभाग के सत्यापन रिपोर्ट में यह स्पष्ट लिखा गया है कि मौके पर साल व महुआ प्रजाती के करीब ५० हजार वृक्ष हैं, इतने अधिक संख्या में पेड़ों की कटाई से पर्यावरण काफी प्रभावित होने की बात कहते हुए अनुमति दिया जाना उचित नहीं बताया है। उक्त सत्यापन रिपोर्ट और अभिमत के आधार पर वर्तमान एसडीएम गगन शर्मा ने एनआर ऑयरन एंड पॉवर लिमिटेड द्वारा लगाए गए पेड़ कटाई के आवेदन को निरस्त कर दिया है।
ग्रामीण करते हैं लघु वनोपज संग्रहण
बताया जाता है कि प्रस्तावित क्षेत्र गांव से लगा हुआ है और वन के रूप में है जिसके कारण वहां लगे महुआ, आम और अन्य पेड़ों से गांव के लोग लघु वनोपज का संग्रहण भी करते हैं। पेड़ों की कटाई होने से ग्रामीणों के जीविका के साधन पर भी प्रभाव पडऩे की बात कही जा रही है।
राजस्व के बाद पर्यावरण को क्षति पहुंचाने की थी तैयारी
रजिस्ट्री के दौरान राजस्व विभाग के नीचले कर्मचारियों से सांठ-गांठ कर पहले तो स्टांप डयूटी के रूप में राजस्व का नुकसान पहुंचाया गया। इसके बाद इतनी अधिक संख्या में पेड़ों की कटाई का अनुमति लेकर पर्यावरण को भी नुकसान पहुंचाने की तैयारी की गई थी।
वर्सन
एनआर आयरन अद्यौगिक विस्तार के लिए पेड़ कटाई करने आवेदन लगाया था, वन विभाग के अभिमत व सत्यापन रिपोर्ट के आधार पर आवेदन को निरस्त किया गया है।
गगन शर्मा, एसडीएम रायगढ़
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