अमृत मिशन योजना के तहत नगर निगम के सारे कार्य ऑन लाइन किया जाना है। ऐसे में इसकी एक कड़ी वीडियो कांफ्रेंसिंग भी है। नगर निगम को जब अमृत मिशन योजना के लिए चयनित किया गया तब निगम ने वीडियो कांफें्रसिंग का संसाधन खरीदी किया। यह खरीदी रायपुर की एक कंपनी से की गई थी।
इसके लिए लाखों रुपए खर्च किए गए। वहीं करीब एक साल पहले इस संसाधन को लगाने के लिए भवन विभाग शाखा का चयन किया गया। स्थान चयन होने के बाद निगम के द्वारा तकनीशियनों को बुलाते हुए वीडियो कांफ्रेंसिंग का संसाधन लगाया गया।
बताया जा रहा है कि इस संसाधन का उपयोग छह माह ही किया गया था। इसके बाद एक बाद बिजली गाज से प्रभावित होने पर वीडियो कांफ्रेंसिंग का सिस्टम खराब हो गया। यह तकनीकी खराबी नगर निगम के द्वारा अब तक दूर नहीं की जा सकी है। स्थिति यह है कि जिस भवन में उक्त संसाधन लगाए गए थे उसे ताला लगा दिया गया है।
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संसाधन खरीदी में कर दिया लाखों खर्च, मरम्मत में नहीं निकल रही पाई
पहले जगह के लिए एक साल तक रखे थे संसाधन
नगर निगम ने संसाधन की खरीदी कर ली, लेकिन इसके लिए जगह की तलाश नहीं कर सकी है। जगह नहीं मिलने की वजह से वीडियो कांफ्रेंं सिंग के संसाधन करीब एक साल से निगम में रखा हुआ था। वहीं जब भवन विभाग के प्रभारी का तबादला हुआ तक उक्त कमरे पर संसाधन लगाया गया।
-वीडियो कांफ्रेंसिंग के संसाधन में कुछ तकनीकी खराबी आने से वह बिगड़ी हालत में है। इसे सुधरवाने के लिए निर्देश दिया गया है।
-आरके भोजसिया, ईई, नगर निगम