कलक्टर कर चुके प्रतिष्ठान का उद्घाटन
मॉल कल्चर को बढ़ावा देने की बात तब से ज्यादा तूल पकड़ती है, जब पिछले दिनों कलक्टर इस मॉल के अंदर स्थित एक प्रतिष्ठान का उद्घाटन करने पहुंचे थे। बताया जा रहा है कि इस कार्यक्रम में मॉल के व्यवसायी भी मौजूद थे, जिन्होंने मॉल के सामने से इन दुकानों को हटाने के लिए कलेक्टर से मांग की थी।
भाजपा-कांग्रेस सहित मीडिया हाउस की दखल
मॉल की स्थिति पर गौर करे तो इस मॉल की नींव भाजपा शासन के समय डाली गई। मॉल में आने वाले वाहनों को पार्किंग की सुविधा तो दी गई, लेकिन मॉल तक पहुंचने के लिए सड़क नहीं है, जबकि मॉल में आने वाले अधिकांश लोग चार पहिया वाहन से आते हैं, जिसके लिए सड़क की चौड़ाई पर्याप्त नहीं है। वहीं मॉल में भाजपा के साथ कुछ कांग्रेस नेता व एक मीडिया हाउस की भी दखल है। इसकी वजह से सारे नियम को ताक में रखते हुए मॉल निर्माण की अनुमति भी मिल गई।
बन सकता है व्यवस्थित पार्किंग स्थल
नगर निगम में व्यवसायी, जनप्रतिनिधि व कलक्टर की हुई बैठक नगर निगम के सामने बनी दुकानों के आसपास ही घुमती रही। वहीं इन दुकानों को कस्तुरबा गांधी स्कूल भवन की जमीन पर शिफ्ट करने के लिए था। ऐसे में यह कहा जा रहा है कि निगम व जिला प्रशासन को यदि पार्किंग व्यवस्था की चिंता है तो संबंधित स्कूल भवन की जमीन पर व्यवस्थित मल्टी स्टोरी पार्किंग स्थल बनाई जा सकती है। नगर निगम में बजट में इस मल्टी स्टोरी पार्किंग का कई वर्षों से प्रावधान भी करते आ रहा है।
रमेश जायसवाल, आयुक्त, नगर निगम