बीते 23 अप्रैल को दंपति की शादी की सालगिरह थी। उस दिन भी अजय शराब पीकर आया और मायके से 50 हजार रुपए लाने की बात कहते हुए बसंती के साथ मारपीट किया। इससे बसंती को बहुत बुरा लगा और उसने अपने भाई को फोन कर घटना की जानकारी दी और उसे अपने ससुराल बुलाया। चूंकि 23 अप्रैल को चुनाव था, ऐसे में बसंती के भाई ने उसे कहा कि आज चुनाव है कल आउंगा। लेकिन पहले से हताश बसंती ने उसी दिन शाम करीब चार बजे गांव के बाहर कीर्तन तालाब के मेड़ में स्थित महुआ पेड़ के पास गई और अपने चुनरी से पेड़ में फंदा बनाकर खुदकुशी कर ली थी।