नाम अलवर जंक्शन, लेकिन सुविधाएं सड़क के किनारे पडऩे वाले छोटे जंक्शन जैसी। वैसे तो दिल्ली- जयपुर रेल मार्ग पर पडऩे वाले सभी जंक्शनों में से अलवर जंक्शन पर प्रतिदिन रेलवे को 10 लाख रुपए के अधिक की आय होती है।
रेल बजट में दक्षिण राजस्थान लंबे समय से उपेक्षित रहा है। उदयपुर-अहमदाबाद लाइन का आमान परिवर्तन कार्य ने करीब एक दशक के बाद गति पकड़ी है, लेकिन मेवाड़ की बरसों से लम्बित मांगों पर कोई ध्यान नहीं दिया गया।