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न्याय योजना में 10 भाजपा नेताओं के खाते में आए लाखों रुपए, रमन सिंह को मिले 26 हजार, गरमाई सियासत

locationरायपुरPublished: May 23, 2020 10:41:59 pm

Submitted by:

Dhal Singh

छत्तीसगढ़ में बहुप्रतीक्षित राजीव गांधी किसान न्याय योजना पर सत्ता पक्ष और विपक्ष की राजनीति अलग ही स्तर पर पहुंच गई है। भाजपा की ओर से किसानों को अंतर की राशि चार किस्तों में देने का विरोध किया गया तो शनिवार को कांग्रेस ने ‘न्याय का लाभ पाने वाले 10 बड़े भाजपा नेताओं का पूरा विवरण सार्वजनिक कर दिया। इसमें पूर्व मुख्यमंत्री को पहली किस्त के रूप में 24 हजार रुपए मिले हैं। सूची जारी होने के बाद प्रदेश में सियासत गरमा गई है।

न्याय योजना में 10 भाजपा नेताओं के खाते में आए लाखों रुपए, रमन सिंह को मिले 26 हजार, गरमाई सियासत

कांग्रेस ने जारी की न्याय योजना से लाभान्वित भाजपा नेताओं की सूची

रायपुर. इस सूची के मुताबिक पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने कवर्धा के ठाठापुर गांव से 148 क्विंटल धान बेचा है। अंतर की राशि के तौर पर न्याय योजना से उन्हें 1 लाख 1 हजार &80 रुपए मिलने हैं। पहली किस्त के तौर पर रमन सिंह के खाते में 26 हजार 612.25 रुपए पहुंचा है। रमन सिंह के पुत्र और राजनांदगांव के पूर्व सांसद अभिषेक सिंह को भी 24 हजार 94.88 रुपए की पहली किस्त मिली है। 1&4 क्विंटल धान के लिए अभिषेक सिंह को चार किस्तों में 91 हजार 790 रुपए मिलने हैं। विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक को बिलासपुर जिले के परसदा गांव से बेचे गए 1&9 क्विंटल धान के लिए 95 हजार &52 रुपए मिलना है। पहली किस्त में कौशिक को 25 हजार 29.90 रुपए मिले हैं। कांग्रेस की ओर से जारी सूची में पूर्व गृहमंत्री ननकीराम कंवर, उनकी पत्नी शकुन्तला कंवर, पूर्व मंत्री पुन्नूलाल मोहले, पूर्व सांसद दिनेश कश्यप, ल’छूराम कश्यप, बैदूराम कश्यप, लता उसेण्डी, दयालदास, श्यामविहारी जायसवाल जैसे नेताओं का नाम भी शामिल है। न्याय के समर्थन और विरोध के बीच सत्ताधारी दल के इस कदम से भाजपा नेताओं में भारी नाराजगी है।
कांग्रेस बोली, रकम वापस कर करें विरोध
कांग्रेस संचार विभाग के सदस्य आरपी सिंह ने कहा, अगर राजीव गांधी किसान न्याय योजना के तहत मिले हुए पैसों से भाजपा की सहमति नहीं है तो कृपया उसके तमाम नेता इस राशि को तत्काल मुख्यमंत्री सहायता कोष में जमा कर दें ताकि यह राशि प्रदेश में फैल रहे कोरोना संक्रमण से लडऩे के काम आ सके। आरपी सिंह ने कहा, आखिर यह कैसा विरोध है कि अपने खाते में आए हुए पैसे आप चुपचाप ग्रहण कर लेते हैं और शेष किसानों को गुमराह करने का प्रयास करते हैं? नैतिकता का उ’च मानदंड तो यही कहता है कि आप इस योजना का विरोध तभी करें जब राज्य शासन से मिले हुए पैसे वापस कर दें।
भाजपा ने कहा, कांग्रेस की ओछी मानसिकता
भाजपा की ओर से नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने कहा, पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह के समय धान खरीदी की समुचित व्यवस्था की गई थी। उस समय बोनस देते हुए यह नहीं देखा गया कि धान बेचने वाला किस पार्टी का नेता अथवा किसान है। जिनकी भी धान की खरीदी हुई उनको राशि दी गई। आज कांग्रेस ने जो सूची जारी कर कहा है कि हम नेताओं को पैसा दे रहे हैं, यह सरासर अनुचित है और कांग्रेस की ओछी मानसिकता का प्रतीक है। यह राशि किसी नेता को नहीं , बल्कि किसानों को दी गई है। कौशिक ने कहा, यह पहली बार नहीं है जब किसानों को राशि दी जा रही है। रमन सिंह के नेतृत्व में किसानों को लंबे समय तक इसका लाभ मिला है। भाजपा किसान मोर्चा के पूर्व अध्यक्ष संदीप शर्मा ने कहा, ज्यादा अच्छा होता कि कांग्रेस मुख्यमंत्री समेत उन सभी मंत्रियों के नाम भी इस सूची में शामिल करती जिनका कोरोना वॉरियर्स के तौर पर गुणगान हुआ है। कांग्रेस बताए तो कि इन मंत्रियों के खातों में धान मूल्य के अंतर की कितनी राशि जमा हुई है? इनमें से कितने मंत्रियों को अंतर राशि मुख्यमंत्री सहायता कोष में जमा करने के लिए कांग्रेस कहने का साहस दिखाएगी? संदीप शर्मा ने कहा कि यह किसानों के साथ की जा रही दगाबाजी से लोगों का ध्यान भटकाने का हथकंडा है। भाजपा नेता अशोक बजाज ने भी इसे गलत बताया है।
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