रायपुर

10 प्रतिशत किताबों में इसी सत्र में छापा जाएगा राज्यगीत

पत्रिका इम्पैक्ट:
– किताबों में राज्यगीत छापने के लिए हरकत में आया एससीईआरटी
– छपकर तैयार 90 फीसदी किताबों पर सोमवार को मंथन

रायपुरFeb 23, 2020 / 12:50 pm

Prashant Gupta

10 प्रतिशत किताबों में इसी सत्र में छापा जाएगा राज्यगीत

रायपुर. किताबों मेंे राज्यगीत के प्रकाशन में लापरवाही को लेकर पत्रिका में रिपोर्ट प्रकाशित होने के बाद स्कूल शिक्षा विभाग और राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण संस्थान (एससीईआरटी) हरकत में आ गया। स्कूल शिक्षा विभाग के प्रमुख सचिव सचिव डॉ. आलोक शुक्ला ने शनिवार को एससीईआरटी के निदेशक पी. दयानंद से बात की। निदेशक ने अधीनस्थ अधिकारियों को निर्देशित किया। उन्होंने छत्तीसगढ़़ राजभाषा आयोग के सचिव जेआर भगत से बात की। उनका पत्र मंगवाया। उसके आधार पर नोटशीट चलाकर स्वीकृति ली गई।
पाठ्य पुस्तक निगम की प्रबंध संचालक इफ्फत आरा ने भी एससीईआरटी के अफसरों से बात की, ताकि समय पर उन्हें छपाई के लिए सामग्री मिल जाए और किताबें छापी जा सकें। कहा जा रहा है कि बची हुई 10 प्रतिशत किताबों में हिंदी-संस्कृत सहित बोली-भाषा की आठ किताबों में राज्यगीत को छापा जा सकता है। एससीईआरटी के निदेशक पी. दयानंद ने कहा, छप चुकी किताबों में भी राज्यगीत को कैसे शामिल किया जा सकता है, उस पर सोमवार को मंथन किया जाएगा।

छपाई में यह थी उलझन- संस्कृति मंत्री अमरजीत भगत के निर्देश पर छत्तीसगढ़ राजभाषा आयोग ने पिछले महीने स्कूली किताबों में राज्य गीत, ‘अरपा पैरी के धारÓ को छापने की सिफारिश भेजी थी। स्कूल शिक्षा विभाग और एससीईआरटी को यह पत्र मिला ही नहीं। इस बीच ९० प्रतिशत किताबों की छपाई पूरी हो गई।

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